बेंगलूर : दूसरे मैच में 55 रन की हार से सतर्क भारत ए कल यहां वेस्टइंडीज ए के खिलाफ होने वाले तीसरे और आखिरी अनधिकृत एकदिवसीय क्रिकेट मैच में फिर से विजयी लय हासिल करके श्रृंखला जीतने की कोशिश करेगी.
भारतीय टीम ने पहले मैच में 77 रन की बड़ी जीत दर्ज की थी. उस जीत में कप्तान युवराज सिंह की 89 गेंद पर खेली गयी 123 रन की पारी ने अहम भूमिका निभायी. वेस्टइंडीज ए ने हालांकि दूसरे मैच में 55 रन की जीत दर्ज करके श्रृंखला 1-1 से बराबर की.
आलराउंडर जोनाथन कार्टर ने 132 गेंदों पर 133 रन की पारी खेलकर कैरेबियाई टीम की जीत में अहम भूमिका निभायी. वेस्टइंडीज ए ने पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 279 रन बनाये. इसके बाद उसके गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया तथा भारतीय टीम को 224 रन पर आउट कर दिया. भारतीय पारी में कोई भी बल्लेबाज 50 रन तक भी नहीं पहुंच पाया.
भारत को कल के मैच में रोबिन उथप्पा, उन्मुक्त चंद, मनदीप सिंह, यूसुफ पठान और केदार जाधव से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी. भारत ए टीम का कप्तान बनाकर युवराज को राष्ट्रीय टीम में वापसी का मौका दिया गया है और एक बार फिर से बायें हाथ के इस बल्लेबाज पर निगाहें टिकी रहेगी. उन्होंने पहले मैच में शतक जमाया लेकिन दूसरे मैच में 40 रन ही बना पाये.
यूसुफ पठान को अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिये जाना जाता है. उन्होंने पहले मैच में 32 गेंदों पर 70 रन बनाये लेकिन अगले मैच में वह पहली गेंद पर आउट हो गये. भारतीय टीम की चिंता सलामी बल्लेबाजों का नहीं चल पाना है. दोनों मैचों में उथप्पा और उन्मुक्त टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पाये.
मध्यक्रम में मनदीप, पठान, जाधव और नमन ओझा को भी महत्वूर्ण योगदान देना होगा. भारतीय थिंक टैंक जाधव को उपरी क्रम में भेजने पर विचार कर सकता है.
स्थानीय गेंदबाज आर विनयकुमार ने हालांकि अनुभवी इरफान पठान और प्रवीण कुमार की अनुपस्थिति में अच्छा प्रदर्शन किया है. उन्होंने घरेलू परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाकर श्रृंखला में अब तक पांच विकेट लिये हैं. उनसे कल भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.
वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों में नकारुमा बोनेर, कीरेन पावेल, एडवर्डस, नरसिंह देवनारायण और एशले नुर्स भी भारतीय गेंदबाजों पर हावी होने की कोशिश करेंगे. आलराउंडर आंद्रे रसेल हालांकि अभी तक अपेक्षानुरुप प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं.
कैरेबियाई टीम का गेंदबाजी आक्रमण मजबूत है. उसके पास मिगुएल कमिन्स और रोन्सफोर्ड बीटन जैसे तेज गेंदबाज हैं जो भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकते हैं. कमिन्स ने पिछले मैच में 31 रन देकर चार विकेट लिये थे. स्पिनर कार्टर और निकिता मिलर दबाव बनाने में सफल रहे.