सात राज्य रहें सतर्क
केंद्र ने खुफिया रिपोर्ट के आधार पर सात राज्यों को आगाह किया है कि आम चुनावों के पूर्व वहां सामाजिक ताने को बिगाड़ने की कोशिश की जा सकती है. वहीं, हिंसाग्रस्त मुजफ्फरनगर के कुछ हिस्सों में फिर हिंसा हुई. हालांकि स्थिति नियंत्रण में है.
नयी दिल्ली/लखनऊ:केंद्र सरकार को खुफिया जानकारी मिली है कि देश के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण हो रहा है. राज्य सरकारों को आगाह किया गया है कि 2014 के आम चुनावों के पहले ऐसी घटनाओं की आशंका है. गृह मंत्रलय ने सात राज्यों को विशेष तौर पर आगाह किया है कि वे अत्यधिक सतर्क रहें और छिटपुट झड़प को भी गंभीरता से लें. हिंसा की वजहों का विश्लेषण करें, उनसे निबटने के लिए रोडमैप तैयार करें और सुधारात्मक कदम उठाएं.
ये राज्य हैं
यूपी, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा और जम्मू कश्मीर. इन सात राज्यों में हाल फिलहाल में सांप्रदायिक हिंसा देखने को मिली है. केंद्र इस बात से चिंतित है कि छिटपुट झड़प या घटना अचानक सांप्रदायिक रूप ले लेती है. इन राज्यों से कहा गया है कि वे थाना स्तर तक प्रशासन को सतर्क करें. गृह मंत्रलय के अनुसार देश में 31 अगस्त तक सांप्रदायिक हिंसा की 451 घटनाएं हुई हैं. 2012 में इस तरह की 410 घटनाएं हुई थीं.
हाल ही में हुई बैठक
प्रधानमंत्री भी इन घटनाओं से चिंतित हैं. पिछले सप्ताह कैबिनेट सचिव अजित सेठ द्वारा बुलायी गयी सात राज्यों के मुख्य सचिवों व पुलिस महानिदेशकों की बैठक पीएम के निर्देश पर ही हुई थी. गृह सचिव अनिल गोस्वामी ने सात राज्यों के सुरक्षा हालात की समीक्षा की थी.
हिंसा में अब तक 31 मरे
प्रधानमंत्री ने की बात
मुलायम ने की बैठक
साजिश है यह
राष्ट्रपति शासन नहीं
कांग्रेस ने यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांगों को खारिज करते हुए कहा कि यह अखिलेश सरकार के लिए राजधर्म निभाने का समय है. वहीं भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार अपने दायित्व के प्रति थोड़ी भी सजग है तो उसे यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए.