नयी दिल्ली : मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के चक्कर में केंद्र सरकार खुद ही गोल-गोल घूम रही है और बार-बार यू-टर्न ले रही है. सरकार ने अपने पहले के बयान से पलटे हुए मंगलवार की सुबह लोकसभा में जानकारी दी कि उसके पास मुंबई बम धमाके के दोषी दाऊद इब्राहिम के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
इस पर सरकार की किरकिरी होते देख कर शाम ढलने से पहले ही केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा कि सरकार को दाऊद के ठिकाने की जानकारी है और इस मुद्दे पर जवाब देनेवाले के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. इसके पहले भी मोदी सरकार यही कहती रही है कि दाऊद पाकिस्तान में है लेकिन अपने इस जवाब से असहज स्थिति में घिरने पर सरकार अब आज अपने इस उत्तर के बारे में सदन में स्पष्टीकरण दे सकती है.
इतना ही नहीं न्यूज चैनलों के मुताबिक केंद्रीय गृह सचिव ने यहां तक कह दिया है कि जिसने भी ऐसा बयान दिया है, उससे सफाई मांगी जायेगी और लापरवाही पायी गयी तो कार्रवाई भी होगी. देर शाम केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने कहा, हम अपने बयान पर कायम हैं कि दाऊद पाकिस्तान में है और हम उसके ठिकानों की जानकारी पाकिस्तान के साथ साझा करते रहते हैं. रिजिजू ने यह भी कहा कि हर कोई जानता है कि पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां हमारी सरकार की कोई मदद नहीं कर रही हैं. खबर यह भी है कि सरकार को इस मामले पर सदन में सफाई भी देनी पड़ सकती है. इसके पहले सुबह लोकसभा में बिहार के उजियारपुर के भाजपा सांसद नित्यानंद राय के एक सवाल के जवाब में गृह राज्यमंत्री हरिभाई चौधरी ने
लिखित जवाब में कहा कि सरकार दाऊद इब्राहिम के बारे में नहीं जानती है. उन्होंने कहा कि दाऊद इब्राहिम भारतीय खुफिया एजेंसी की रडार में नहीं है. अब तक दाऊद की लोकेशन का ठीक-ठाक पता नहीं लगा है. जब उसके लोकेशन का पता चल पायेगा, तभी उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी. गृह राज्यमंत्री के इस बयान का आरा के भाजपा सांसद व पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने भी समर्थन किया और कहा कि आइएसआइ दाऊद का ठिकाना हमेशा बदलती रहती है. मालूम हो कि इससे पहले सरकार दाऊद इब्राहिम के अफगानिस्तान या पाकिस्तान में होने के बारे में कहती रही है. पिछले साल सरकार ने पाकिस्तान से दाऊद की सुपुर्दगी के लिए औपचारिक तौर पर कहा था.