जोधपुर: जोधपुर के जिला एवं सत्र अदालत (ग्रामीण) ने आज एक मेडिकल बोर्ड को यह पता लगाने का निर्देश दिया कि क्या आसाराम के स्वास्थ्य की स्थिति ऐसी है कि जिसकी वजह से उन्हें जेल के बाहर का विशेष भोजन दिए जाने की जरुरत है.अदालत ने यह निर्देश 72 साल के आसाराम की ओर से दायर उस अर्जी पर सुनवाई के दौरान दिया जिसमें स्वयंभू संत ने विशेष भोजन, बिस्तर, गंगाजल और जेल में पूजा-अर्चना के लिए कुछ सामान की मांग की है.एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किए गए आसाराम अभी न्यायिक हिरासत में हैं. जेल प्रशासन द्वारा अपनी मांगें खारिज कर दिए जाने के बाद आसाराम ने अदालत में गुहार लगायी थी.
आसाराम के वकील मनिंदर सिंह ने अदालत से कहा कि वह पिछले 14 साल से एक ‘‘गंभीर बीमारी’’ से जूझ रहे हैं. हालांकि, वकील ने बीमारी का ब्योरा नहीं दिया. वकील ने यह भी कहा कि आसाराम अपनी सेहत दुरुस्त रखने के लिए विशेष भोजन करते रहे हैं.मनिंदर सिंह ने कहा, ‘‘वह जेल का भोजन खाने योग्य नहीं हैं.’’आसाराम के वकील की दलीलों का विरोध करते हुए अभियोजन पक्ष के वकील एल आर बिश्नोई ने कहा कि जेल में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनकी देखभाल कर रही है और उन्हें हर रिपोर्ट में फिट पाया गया है.सरकारी वकील ने कहा, ‘‘लिहाजा, उनके अनुरोध के मुताबिक उन्हें किसी विशेष आहार की जरुरत नहीं है और वह जेल में नियमित तौर पर दिया जाने वाले भोजन आराम से खा सकते हैं.’’