नयी दिल्ली: कोयला घोटाले से संबंधित लापता फाइलों के मुद्दे पर संसद में गतिरोध खत्म करने के लिए भाजपा को राजी करने के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रयास मंगलवार को नाकाम रहे और भाजपा ने बुधवार को सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलने देने का कोई आश्वासन नहीं दिया.
प्रधानमंत्री आवास पर करीब 90 मिनट चली बैठक के दौरान भाजपा ने कहा कि वह संसद में बाधाओं के लिए जिम्मेदार नहीं है और कांग्रेस सांसदों पर बाधा उत्पन्न करने का आरोप लगाया.प्रधानमंत्री ने मुद्दे सुलझाने के लिए अपने आवास पर भाजपा नेताओं को बुलाया.भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री से कहा कि भाजपा इस बात से बहुत नाराज है कि सिंह इस मुद्दे पर अपने बयान के बाद विपक्ष द्वारा मांगे गये स्पष्टीकरण पर कोई जवाब दिये बगैर दोनों सदनों से चले गये.
विपक्षी दल ने दोहराया कि उसने सरकार के साथ सहयोग किया है और देर तक बैठकर महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराने में मदद की है लेकिन उसे अपने मुद्दे उठाने की अनुमति नहीं दी गई.भाजपा आज सुबह अपने वरिष्ठ सांसदों की बैठक आयोजित करेगी जिसमें यह फैसला किया जाएगा कि लंबित प्रमुख विधेयकों को पारित कराने में सरकार का समर्थन किया जाए या स्थगन पर जोर दिया जाए.पार्टी सूत्रों ने कहा कि भाजपा बुधवार को राज्यसभा में पेश होने वाले भूमि अधिग्रहण विधेयक पर सरकार का समर्थन कर सकती है.