बागडोगरा: समस्याग्रस्त दाजिर्लिंग पर्वतीय क्षेत्र की दो दिवसीय यात्र प्रारंभ करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज यह कहते हुए अनिश्चितकालीन बंद के प्रायोजकों पर जमकर बरसीं कि आम लोगों को परेशान किया जा रहा है.
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के ‘घर भीतर जनता’ आंदोलन पर ऐतराज जताते हुए ममता ने कहा, ‘‘लोगों से घर के अंदर ही रहने के लिए कहना कुछ नहीं बल्कि बंद का आह्वान है. वे पर्वतीय क्षेत्र में विकास में रोड़ा अटका रहे हैं.’’उन्होंने इस पर्वतीय दल से बंद वापस लेने और यह सुनिश्चित करने की अपील की कि जीटीए ठीक ढंग से काम करे. उन्होंने बंद को अवैध करार देते हुए और जीजेएम से अदालत का आदेश स्वीकार करने की अपील करते हुए कहा, ‘‘हमें सभी लोकतांत्रिक आंदोलन पसंद हैं. हम सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान करते हैं हम संविधान का सम्मान करते हैं. हम संविधान के अनुसार सरकार चलाते हैं. हर छह माह पर यदि कोई संवैधानिक बाध्यता को तोड़ना चाहता है (तो उसका समर्थन नहीं किया जा सकता). ’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यहां तक गरीब लोग अपना राशन और भोजन नहीं ले पा रहे हैं. लोग अस्पताल नहीं जा पाते हैं क्योंकि :मरीजों को लेकर जाने वाली: कारें जला दी जा रही हैं. ’’उन्होंने जीजेएम से दूसरे हाथों नहीं खेलने की अपील की और कहा, ‘‘मैं अपील करती हूं ताकि बाहर के लोग की बात सुनकर वे अपने ही घर न जला डालें.’’