जोधपुर : एक नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे प्रवचन देने वाले आसाराम के समर्थकों ने यहां उनके आश्रम में एक टीवी रिपोर्टर और एक कैमरामैन को हमला कर घायल कर दिया.
इस बीच, राजस्थान पुलिस आसाराम से पूछताछ के लिए भोपाल रवाना हो गयी. यदि वह अपने बचाव में ठोस तथ्य पेश नहीं करते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है.आसाराम के समर्थकों ने दो मीडियाकर्मियों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया.
टीवी पत्रकार ने कहा, हमें सूचना मिली थी कि आसाराम के समर्थक विभिन्न स्थानों से यहां आ रहे हैं जिसकी कवरेज के लिए हम यहां आये थे. हमारे पहुंचते ही उनके कुछ समर्थकों ने हमें निशाना बनाया और हमारा कैमरा छीन लिया. स्थानीय लोग हमें बचाने आये. पत्रकार ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों ने उसकी फोन कॉल का जवाब नहीं दिया.
पुलिस ने बताया कि दोनों मीडियाकर्मियों की चिकित्सकीय जांच करायी जायेगी और हमले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.72 वर्षीय आसाराम के खिलाफ कार्रवाई की तेज होती मांग के बीच जोधपुर पुलिस ने उनके पेश होने की समयसीमा बढ़ाने संबंधी अपील कल खारिज कर दी. पुलिस का दल उनसे पूछताछ के लिए भोपाल रवाना हो गया.
जोधपुर के पुलिस उपायुक्त अजय पाल लांबा ने कहा था,हमें कल आसाराम से एक फैक्स मिला जिसमें उन्होंने अपने खराब स्वास्थ्य और अपने समधी की मौत का हवाला देते हुए कहा है कि वह नियत समय पर पेश होने में सक्षम नहीं हैं. उन्होंने पूछताछ के लिए पुलिस के सामने पेश होने के लिए और समय मांगा है. लेकिन हमने उन्हें किसी प्रकार की राहत नहीं देने का निर्णय लिया है क्योंकि उन्होंने फैक्स में जो कहा है, हमारे पास उस पर विश्वास करने के लिए कोई मजबूत आधार नहीं है.
आसाराम की गिरफ्तारी की संभावना के बारे में लाम्बा ने कहा था कि इस समय पुलिस के पास उनके खिलाफ पर्याप्त और मजबूत साक्ष्य हैं जो उन्हें गिरफ्तार करने के लिए काफी हैं, लेकिन वह पूछताछ के दौरान उन्हें खुद को निर्दोष साबित करने एक मौका देगी.
उन्होंने कहा था, यदि उनके पास अपने बचाव में ठोस तथ्य नहीं हैं तो उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा.आसाराम पर 16 वर्षीय एक स्कूली छात्रा के यौन उत्पीड़न का आरोप है.
लाम्बा ने पुलिस के सामने पेश होने की समयसीमा बढ़ाने संबंधी आसाराम की अपील, खासकर खराब स्वास्थ्य के आधार का जिक्र करते हुए कहा था कि जांच दल उनकी अपील की सच्चाई की जांच करेगा और तभी यह निर्णय लिया जाएगा कि उन्हें समय की जरुरत है या नहीं.
उन्होंने कहा, यदि उनकी अपील को सही साबित करने के लिए उचित आधार होगा तो हम मानवीय आधार पर उन्हें राहत देने के बारे में विचार कर सकते हैं.
आसाराम ने फैक्स में कहा, मुझ पर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण मैं ही नहीं, अपितु मेरे समर्थक भी गहरे सदमे में हैं और इसी सदमे ने मेरे समधी की जान ले ली. इसलिए पुलिस का हर कदम मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य ठीक होने पर वह स्वयं पुलिस के सामने पेश हो जाएंगे.
पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने कहा, हम मजबूत आधार मिलने पर ही कोई राहत देने पर विचार करेंगे. इस बीच, राज्यभर से आसाराम के समर्थकों ने बड़ी संख्या में पाल रोड पर जोधपुर आश्रम में एकत्र होना शुरु कर दिया है. उनके समर्थकों की करीब 12 बसें यहां पहुंच गई हैं और योग वेदांत सेवा समिति उनके आश्रम में ठहरने के सारे प्रबंध कर रही है.
समिति के एक सदस्य ने कहा कि आसाराम के सभी समर्थक उनके प्रति समर्पण और विश्वास प्रकट करने के लिए यहां आ रहे हैं. उन्होंने कहा, हम उनके लिए सभी इंतजाम कर रहे हैं. हमें पूरा भरोसा है कि वह निर्दोष हैं.इस बीच, मीडियाकर्मियों पर हमले के मामले में पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में ले लिया है.पुलिस ने कहा, हमने आश्रम से छह लोगों की पहचान करके उन्हें हिरासत में लिया है. हमले में शामिल अन्य लोगों का भी पता लगाया जा रहा है.