बेंगलुरु : भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज दूसरा और अंतिम दिन खत्म हो गया. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गये जहां पार्टी के विस्तार पर भी चर्चा हुई. इसके अलावा इसी साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर भी पार्टी में चर्चा हुई. भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार […]
बेंगलुरु : भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का आज दूसरा और अंतिम दिन खत्म हो गया. इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गये जहां पार्टी के विस्तार पर भी चर्चा हुई. इसके अलावा इसी साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर भी पार्टी में चर्चा हुई.
भूमि अधिग्रहण बिल पर सरकार ने अपना रुख और कड़ा कर लिया गया है. सरकार ने इस पर अबतक नौ संसोधन किये हैं और दोबारा इसे राज्यसभा में पास कराने की कोशिश की जायेगी. अरुण जेटली ने कहा, यह कानून 2013 के कानूनों से कहीं बेहतर इसमें किसान के हितों को ध्यान रखा गया है. इसके अलावा सिगरेट और तंबाकू पर चेतावनी जारी रखने का भी आदेश प्रधानमंत्री ने दिया. तंबाकू और धूम्रपान पर चेतावनी को लेकर पिछले दिनों आये इलहाबाद के भाजपा सांसद श्याम चरण गुप्ता के बयान के बाद हंगामा मचा था.
बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ साथियों को याद किया और मोदी ने लगभग 45 मिनट तक भाषण दिया. इसमें उन्होंने गरीबों की भी बात की और लालकृष्ण आडवाणी की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा, आडवाणी के दिखाये गये रास्ते पर पार्टी आगे बढ़ रही है. इन्होंने नेताओं को बहुत सारे गुण दिये हैं जिसके दम पर पार्टी आज देश में एक बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर सामने आयी है. हालांकि लालकृष्ण आडवाणी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित नहीं किया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब आडवाणी के संबोधन पर सवाल खड़े किये गये तो केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, आडवाणी जी हमारे सबसे वरिष्ठतम सदस्यों में एक है पार्टी के सभी लोग उनका सम्मान करते हैं. जिस तरह की भावना आपके मन में है ( मीडिया के मन में) उसका हम कतई समर्थन नहीं करते.
नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा, सरकार जिस तरह के काम कर रही है उसे आम जनता तक पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए. जनता को सरकार के हर एक कदम की जानकारी होनी चाहिए. इस मौके पर अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने अपील करते हुए कहा, अगर आप सब्सिडी छोड़ सकते हैं तो कृप्या छोड़ दीजिए. मोदी के अलावा पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने भी आडवाणी की जमकर तारीफ की. शाह ने नेताओं से आग्रह किया कि वह विवाद से बचें. पार्टी जिस तरह के विवादों में फंस रही है अध्यक्ष ने इस पर गहरी चिंता जतायी है.