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गिरिराज जी! इस बार आप कूटनीतिक मर्यादा को भी कैसे भूल गये?
नयी दिल्ली : अपने राजनीतिक कद को बडा करने के लिए निरंतर आपत्तिजनक बयान देने में पारंगत केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने इस बार एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे न सिर्फ भाजपा और उसकी सरकार को शर्मसार होना पडा है, बल्कि देश भी शर्मसार हो गया है. गिरिराज सिंह ऐसा बयान देते […]
नयी दिल्ली : अपने राजनीतिक कद को बडा करने के लिए निरंतर आपत्तिजनक बयान देने में पारंगत केंद्रीय राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने इस बार एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे न सिर्फ भाजपा और उसकी सरकार को शर्मसार होना पडा है, बल्कि देश भी शर्मसार हो गया है. गिरिराज सिंह ऐसा बयान देते समय यह भी भूल गये उनका जन्म गांधी की भूमि पर हुआ है, जिन्होंने आधुनिक युग में रंगभेद के खिलाफ सबसे कारगर आंदोलन चलाया. गिरिराज यह भी भूल गये कि उनका बयान अब भाजपा की उग्र धारा के एक नेता का बयान नहीं है, बल्कि नरेंद्र मोदी सरकार का बयान बन जायेगा. गिरिराज यह भी भूल गये कि नाइजीरिया का उल्लेख करने मात्र से कूटनीतिक मोर्चे पर नरेंद्र मोदी के सारे देशों को साधने की कवायद को आघात लगेगा. वे दो देशों के बीच की कूटनीतिक मर्यादा और रिश्तों की नाजुक डोर को भी नहीं समझ सके.
घर की बहू-बेटी तो बस बहू-बेटी ही होती है, क्या गोरी, क्या काली!
किसी के रंग पर उसके साथ विभेद नहीं किया जा सकता है. गिरराज सिंह ने अपने बयान में कहा है कि सोनिया गांधी को उनके गोरे रंग की वजह से ही कांग्रेसियों ने अपना अध्यक्ष स्वीकार किया. नाइजीरिया का उल्लेख करने का उनका संदर्भ यह था कि अगर वे किसी सांवले रंग की महिला से शादी करते तो शायद कांग्रेसी उन्हें अपना अध्यक्ष नहीं स्वीकार करते. यह बयान बेहद अफसोसजनक है. क्या घर की बहू बेटी के साथ उसके रंग के आधार पर विभेद होता है या क्या किया जाना चाहिए.
नाइजीरिया के उच्चायुक्त की सधी पर प्रभावी टिप्पणी
गिरिराज सिंह के बयान के बाद भारत में नाइजीरिया के कार्यवाहक उच्चयुक्त दुबीसी वाइटस अमाकू का सधी हुई टिप्पणी आयी है. उन्होंने गिरिराज के बयान की भर्त्सना करते हुए कहा कि भारत व नाइजीरिया गहरे मित्र हैं. उचायुक्त ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी नाइजीरिया के गहरे मित्र हैं और उन्हें नहीं पता है कि वे इस मामले में क्या कदम उठाने जा रहे हैं, लेकिन उम्मीद है कि वे उचित कदम उठायेंगे. नाइजीरिया के उचायुक्त की यह टिप्पणी बेहद सधी हुई व कूटनीतिक है. उन्होंने अपनी मांग भी रख दी है, बात भी कह दी है और इस तरह से कहा है कि जिससे यह नहीं कहा जा सकता कि कोई गैर देश भारत के प्रधानमंत्री को निर्देशित कर रहा है या आंतरिक मामले में हस्तक्षेप कर रहा है.
अमित शाह ने किया फोन और दी हिदायत
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने गिरिराज सिंह को फोन किया और उन्हें कडी हिदायत दी है कि वे ऐसी टिप्पणी नहीं करें. उन्होंने यह भी कहा कि वे भविष्य में सोच समझ कर बोलें. हालांकि सूत्रों के हवाले से जो खबरें आ रही हैं उसके अनुसार, पार्टी या सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने वाली है. विधानसभा चुनाव में उनकी एक अलग संदर्भ में बिहार की राजनीति में उपयोगिता है.
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