जम्मू: अलगाववादी नेता मुसर्रत आलम को फिर से गिरफ्तार करने की भाजपा समेत कुछ वर्गों की मांग खारिज करते जम्मू कश्मीर सरकार ने मंगलवार रात कहा कि उसे फिर से हिरासत में लेने का कोई आधार नहीं है.
राज्य सरकार के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘बिना किसी आरोप के कैसे आप किसी को सलाखों के पीछे डाल सकते हैं. ’’ जब पीटीआई भाषा ने उनसे कहा कि भाजपा और अन्य आलम को फिर से हिरासत में लेने की मांग कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘क्या उनके कहने भर से ऐसा हो जाएगा. यदि कोई आरोप है तो यह हो सकता है. ’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश में कानून का शासन है और हमें अदालत के निर्देश के मुताबिक चलना होगा. उस पर (मुसर्रत आलम पर) पीएसए को अदालतों ने खारिज कर दिया और पीएसए का एक भी आदेश अदालत में टिक नहीं पाया. ’’ वर्ष 2008-10 के दौरान श्रीनगर में पथराव के पीछे के मुख्य षड्यंत्रकर्ता की गिरफ्तारी से राज्य के सत्तारुढ गठबंधन घटकों भाजपा एवं पीडीपी के बीच तनाव पैदा हो गया है और भगवा दल ने गठजोड पर पुनर्विचार करने की धमकी तक दे डाली.
प्रदेश भाजपा ने कल आलम की फिर से गिरफ्तारी की मांग की थी और कहा था कि रिहाई के बाद उसके द्वारा किए गए आचरण एवं दिए गए बयान उसे पीएसए के तहत फिर से हिरासत में लेने पर विचार के लिए आधार हो सकते हैं.a