नयी दिल्ली : भाकपा-माओवादी नक्सल प्रभावित इलाकों में अपने कैडरों को एकत्र कर रही है और स्वतंत्रता दिवस समारोहों के दौरान सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की योजना बना रही है.गृह मंत्रालय ने एक एडवाइजरी (परामर्श) में कहा कि प्रतिबंधित भाकपा-माओवादी 15 अगस्त को ‘काले दिवस’ के रुप में मनाएगी और वह सुरक्षाबलों, सडक, रेलवे और […]
नयी दिल्ली : भाकपा-माओवादी नक्सल प्रभावित इलाकों में अपने कैडरों को एकत्र कर रही है और स्वतंत्रता दिवस समारोहों के दौरान सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की योजना बना रही है.गृह मंत्रालय ने एक एडवाइजरी (परामर्श) में कहा कि प्रतिबंधित भाकपा-माओवादी 15 अगस्त को ‘काले दिवस’ के रुप में मनाएगी और वह सुरक्षाबलों, सडक, रेलवे और दूरसंचार ढांचे सहित सरकारी संपत्तियों को निशाना बना सकती है.
नक्सल संगठन छत्तीसगढ, झारखंड और बिहार में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के साथ साथ अपनी पकड वाले इलाकों में पेड गिराकर रास्तों को बंद करने का प्रयास भी कर सकता है.एडवाइजरी में कहा गया कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर नक्सली मुख्य रुप से बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ, ओडिशा और महाराष्ट्र में सरकारी भवनों और अन्य जगहों पर काले झंडे और बैनर फहरा सकते हैं. वे मशाल जुलूस निकाल सकते हैं और सरकार के खिलाफ पर्चे बांट सकते हैं.जेल में बंद माओवादी कैडर स्वतंत्रता दिवस समारोह का बहिष्कार कर सकते हैं.