नयी दिल्ली: जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पांच भारतीय जवानों की हत्या को लेकर रक्षा मंत्री ए के एंटनी पर गलत बयान देने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज कहा कि एंटनी को माफी मांगनी चाहिए. लगता है कि उनकी टिप्पणियां पाकिस्तान को निर्दोष साबित करने के इरादे से की गयी हैं क्योंकि सरकार पाकिस्तान से वार्ता जारी रखना चाहती है.यह पूछने पर कि रक्षा मंत्री ने विरोधाभासी बयान क्यों दिया, आडवाणी ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि सरकार पाकिस्तान के साथ वार्ता जारी रखना चाहती है.’’उन्होंने दावा किया कि हत्याओं में पाकिस्तानी सेना का नाम आने के बावजूद उससे वार्ता जारी रखने पर देश में नाराजगी फैलेगी.
उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री को खुद ही सदन को बताना चाहिए कि सच्चाई क्या है और गलत बयान देने के लिए माफी मांगनी चाहिए.इस सवाल पर कि क्या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान अलग से द्विपक्षीय वार्ता करनी चाहिए, आडवाणी ने कहा कि वार्ता के लिए यह समय नहीं है.
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने सदन को कथित रुप से गुमराह करने के लिए एंटनी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया है. लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि उन्हें नोटिस मिल गया है और वह उनके विचाराधीन है.
आडवाणी ने कहा कि मंत्री ने कहा कि भारी हथियारों से लैस 20 लोगों ने नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय सीमा में हमारे सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया जबकि रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सैनिकों पर सीमा के निकट घात लगाकर हमला किया गया.
इस बीच लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि दोनों बयानों में अंतर है. रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को ‘क्लीन चिट’ दी है.
उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर एंटनी से स्पष्टीकरण चाहती है.