लेह : चीनी सेना ने फिर से भारतीय सेना पर अपनी जोर की आजमाईश करने की कोशिश की है. इस बार चीनी सेना ने भारतीय सैनिकों को अपनी ही जमीन पर गश्ती करने से रोक दिया है.
पिछले हफ्ते भारतीय सैनिकों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर ऊंचे इलाकों में 14 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित दो चौकियों के लिए उत्तरी लद्दाख के ट्रेड जंक्शन इलाके से अपने गश्त अभियान ‘तिरंगा’ की शुरूआत की थी और इनके मद्देनजर चीन की ये चालें सामने आ रही हैं जिन्हें उसके आक्रामक प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है.
दुनिया के सबसे ऊंचे स्थान पर चीन बना रहा एयरपोर्ट
बीजिंग:चीन रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हिमालयी क्षेत्र में ढांचागत विकास की योजना के तहत विश्व के सबसे ऊंचे स्थान पर असैन्य हवाई अड्डा बना रहा है. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, 4,411 मीटर की ऊंचाई पर गार्जी तिब्बती स्वायत्त सूबे में निर्माणाधीन दाओचेंग यादिंग एयरपोर्ट सिचुआन प्रांत में आता है. यह एयरपोर्ट दक्षिण-पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में क्वामदो सूबे में स्थित बांगदा एयरपोर्ट से भी अधिक ऊंचाई पर स्थित होगा. बांगदा एयरपोर्ट समुद्री सतह से 4,334 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. चीन तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में अभी तक पांच एयरपोर्ट का निर्माण कर चुका है, जो गोंगर, ल्हासा, बांगदा, झिगेज और नगारी में स्थित हैं. तिब्बत में एयरपोर्ट के साथ ही रेल व सड.कों का तेजी से विकास किये जाने से भारत में चिंता पैदा हुई है, क्योंकि चीन को इन माध्यमों से अपनी सेना को भारत के नजदीक तैनात करने में मदद मिलेगी.