पुणे : मेट्रो मैन ई श्रीधरन ने कहा है कि ईमानदारी, समय की पाबंदी और पेशेवर कुशलता किसी भी बड़ी परियोजना पर काम करने के महत्वपूर्ण कारक हैं तथा इन्हें अपनाकर फिजूल खर्च से बचा जा सकता है.श्रीधरन को समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए कल रात यहां एक समारोह में 2013 के लोकमान्य […]
पुणे : मेट्रो मैन ई श्रीधरन ने कहा है कि ईमानदारी, समय की पाबंदी और पेशेवर कुशलता किसी भी बड़ी परियोजना पर काम करने के महत्वपूर्ण कारक हैं तथा इन्हें अपनाकर फिजूल खर्च से बचा जा सकता है.श्रीधरन को समाज में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए कल रात यहां एक समारोह में 2013 के लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा, आधारभूत ढांचा परियोजनाओं में समय ही धन होता है.
दिल्ली मेट्रो के शिल्पकार माने जाने वाले श्रीधरन ने कहा कि पेशेवर कुशलता ने दिल्ली मेट्रो के विकास को विशिष्ट बना दिया जो तकनीकी अजूबा और दीर्घकालिक मॉडल है.
उन्होंने उल्लेख किया कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि परियोजना से लोगों को कम से कम दिक्कतें, कम से कम विस्थापन और यातायात में कम से कम बाधा उत्पन्न हो.प्रस्तावित पुणे मेट्रो परियोजना का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इसके कार्यान्वयन में करीब पांच साल का मूल्यवान समय निकल चुका है जिसका नतीजा इसकी लागत में बढ़ोतरी के रुप में निकल सकता है.लोकमान्य तिलक ट्रस्ट के अध्यक्ष दीपक तिलक ने पद्मश्री विजेता को पुरस्कार प्रदान किया जिन्हें कोंकण रेलवे परियोजना का श्रेय भी जाता है.