नयी दिल्ली: आप पर करारा प्रहार करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज आरोप लगाया कि यह पार्टी ऐसी कंपनियों से धन प्राप्त करने में ‘‘रंगे हाथ पकडी गई’’ जिनका कोई कारोबार नहीं था. उन्होंने कहा कि आप अब इस तथ्य से ध्यान हटाने की रणनीति अपनाए हुए है.
जेटली ने 50.50 लाख रुपये के चार चेक के माध्यम से दो करोड रुपये के चंदा प्राप्त करने को ‘कालेधन को घुमा फिराकर प्राप्त करने’ का स्पष्ट मामला करार दिया और संकेत दिया कि संबंधित प्राधिकार इसकी जांच करेंगे.आम आदमी पार्टी से अलग हुए समूह ‘आप वोलेंटीयर एक्शन मंच’ :आवाम: ने कल अरविंद केजरीवाल पर संदेहास्पद कंपनियों से दो करोड रुपये प्राप्त करने का आरोप लगाया था.
आप ने हालांकि आरोपों को खारिज करते हुए उच्चतम न्यायालय की निगरानी वाले विशेष जांच दल से दिल्ली चुनाव में सभी तीन राजनीतिक दलों की फंडिंग की जांच कराने की मांग की है.
जेटली ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट है कि यह एक राजनीतिक दल की व्यवस्था में घुमा फिरा कर कालाधन प्राप्त करने का मामला है. अब अगर आप ऐसी किसी घटना में फंस जाते हैं, तब आप दूसरे राजनीतिक दलों पर आरोप लगाने और एजेंडे को बदलने का प्रयास करने आरोप लगाने की स्थिति में नहीं होते हैं.’’ ‘आप’ के उच्चतम न्यायालय की निगरानी में दिल्ली चुनाव में सभी तीन प्रमुख दलों के फंडिंग की जांच कराने की मांग पर वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘ यह ध्यान बांटने का हथकंडा है. ‘आप’ और उसका नेतृत्व इस मामले में रंगे हाथ पकडा गया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि जब भी इनका रिटर्न पेश किया जायेगा और तब तथ्य संज्ञान में आयेगा और विधिक प्राधिकार अपना काम करेंगे.’’ फंडिंग में पूर्ण पारदर्शिता अपनाये जाने पर जोर देते हुए ‘आप’ ने भाजपा पर सात फरवरी को होने वाले मतदान से पहले गलत आरोप लगाकार मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है.
बहरहाल, ‘आप’ की चंदा चेक के माध्यम से प्राप्त करने की दलील पर जेटली ने कहा कि बुनियादी सवाल यह है कि जब आप चेक के जरिये धन देते हैं, पार्टी को उसके बारे में जानना चाहिए कि उस कंपनी के हितों को कौन साध रहा है.
उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि इन कंपनियों का इस्तेमाल हवाला के जरिये लेनदेन या ऐसी कंपनियों के जरिये किया गया जो उस धन को बदलते हैं और सफेद धन के रुप में दूसरों को लेखा प्रदान करते हैं.जेटली ने कहा कि ‘आप’ को जवाब देना चाहिए कि इन कंपनियों के पीछे कौन है और उनकी आय का स्रोत क्या है?