नयी दिल्ली: पंजाब में अंदरुनी कलह से पार्टी को हो रहे नुकसान के बीच, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के सभी विधायकों को राज्य में नेतृत्व के मुददे पर बातचीत तथा उनकी राय लेने के लिए बुलाया है.पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पीसीसी प्रमुख प्रताप सिंह बाजवा के बीच संबंध सामान्य नहीं चल रहे हैं और अमरिंदर उन्हें पार्टी से बाहर करने की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस इस मुद्दे को आपसी सहमति से सुलझाना चाहती है क्योंकि इसका असर पार्टी की संभावनाओं पर हो रहा है.
राहुल अगले दो दिन में उनसे अलग अलग मिलकर पूछेंगे कि राज्य में बदलते राजनीतिक हालात के बीच अकाली-भाजपा मोर्चे का सामना कैसे किया जाए. राहुल से मिलने के लिए कांग्रेस विधायकों को वर्णक्रम के अनुसार बुलाया गया है.
कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि राज्य के पार्टी नेताओं को एक दूसरे से मुकाबला करने के बजाय एकजुट होकर राज्य में पार्टी की स्थिति मजबूत करनी चाहिए और अकाली दल -भाजपा सरकार के ‘‘कुशासन तथा भ्रष्टाचार’’ को लोगों तक पहुंचाना चाहिए तथा अगले चुनावों में पार्टी को सत्ता में लाने में मदद करनी चाहिए.
सिंह और बाजवा पहले ही कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से मिलकर एक दूसरे के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं.पंजाब में 2017 की शुरुआत में चुनाव होना है. कांग्रेस लगातार दो बार विधानसभा चुनाव हार चुकी है.