वाराणसी: गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे ने कहा है कि दो साल बीतने के बावजूद जनलोकपाल बिल को नहीं पारित करने के मामले में देश की 120 करोड़ जनता के साथ धोखा हुआ है.
उन्होने कहा कि वह देश के छह करोड़ लोगों को संगठित कर दिसम्बर-जनवरी में दिल्ली के रामलीला मैदान में मौजूद रहेंगे और जनता तिरंगा लेकर सडक पर होगी. वह कहेगी, जनलोकपाल लाओ वरना वापस जाओ. सरकार जाना नहीं चाहती, लेकिन उसे जाना पड़ेगा.
जनतंत्र यात्रा लेकर आज वाराणसी पहुंचे हजारे आज भारत माता मंदिर परिसर में आयोजित जनसभा में भावुक होकर बोले, गरीबों का दुख बर्दाश्त नहीं होता. जनलोकपाल बिल आने के बाद ही मेरी मौत होगी. सत्ता की चाबी जनता के हाथ में है.
आगामी लोकसभा चुनाव में भ्रष्टाचारी, लुटेरे, अपराधी को वोट न देने की प्रतिज्ञा कर अपनी चाबी लगा दो. संसद में चरित्रवानों के आने से ही व्यवस्था में परिवर्तन होगा और जनतंत्र आएगा. हजारे ने कहा कि जनतंत्र का अर्थ है जनता का, जनता के सहयोग से चलाया हुआ तंत्र. संविधान बनने के बाद से उसकी अनदेखी करते हुए आज तक जनतंत्र लागू ही नहीं हुआ.