नयी दिल्ली: दुनिया की अग्रणी इस्पात कंपनी आर्सेलर मित्तल ने कहा है कि जमीन अधिग्रहण मामले में प्रगति तथा कच्चे माल की व्यवस्था होने के साथ वह झारखंड तथा कर्नाटक परियोजनाओं में कदम आगे बढ़ाएगी. कंपनी की भारत में 18 अरब डालर की मौजूदा परियोजनाओं के भविष्य को लेकर उठ रहे सवालों के बीच आर्सेलर मिततल ने ये बातें कही है.
आर्सेलर मित्तल के प्रवक्ता ने प्रेट्र से कहा, भारत में कंपनी झारखंड तथा कर्नाटक में अपनी परियोजनाओं के मामले में कदम आगे बढ़ाती रहेगी. कर्नाटक में सरकार ने 2,660 एकड़ निजी जमीन कंपनी के नाम पर स्थानांरित की है. झारखंड में जमीन अधिग्रहण राज्य सरकार के जरिये से हो रहा है. गांव वालों से जरुरी सहमति मिल गयी है. इसी महीने आर्सेलर मित्तल ने जमीन अधिग्रहण तथा लौह अयस्क की व्यवस्था में काफी देरी का हवाला देते हुए 12 अरब डालर की ओड़िशा परियोजना को रद्द कर दिया. इस फैसले के हिसाब से कंपनी के प्रवक्ता का उक्त बयान महत्वपूर्ण है.
प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने झारखंड में करमपाडा लौह अयस्क खदान के लिये पर्यावरण मंजूरी मिल गयी है और वन मंजूरी के लिये राज्य सरकार के पास आवेदन दिया है. अंतिम मंजूरी के लिये यह आवेदन फिलहाल केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्रालय के पास है.