नयी दिल्ली: कांग्रेस और संप्रग सरकार के पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की दिशा में बढ़ने के बीच आंध्र और रायलसीमा क्षेत्र के मंत्रियों और सांसदों ने यहां प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात कर आंध्र प्रदेश के किसी तरह के विभाजन का विरोध किया.
केंद्रीय मंत्री एम एम पल्लम राजू, के एस राव, चिरंजीव और डी पुरंदेश्वरी तथा सांसद बापीराजु और अनंतरामी रेड्डी ने एक प्रतिनिधिमंडल के रुप में प्रधानमंत्री से मुलाकात की और एकीकृत आंध्र प्रदेश को यथावत बनाये रखने की वकालत की.
सूत्रों के अनुसार प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री से कहा कि पृथक तेलंगाना राज्य का गठन राज्य और देश के हित में नहीं होगा.पृथक तेलंगाना राज्य के गठन की मांग के मुद्दे पर कल कांग्रेस नेतृत्व और राज्य कांग्रेस नेतृत्व के बीच उच्चस्तरीय बातचीत हुई थी.
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस कोरग्रुपकी भी बैठक हुई जिसमें इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई.कांग्रेस महासचिव और आंध्र प्रदेश मामलों के प्रभारी दिग्विजय सिंह और पूर्व प्रभारी गुलामन बी आजाद ने आंध प्रदेश के मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी, उपमुख्यमंत्री दामोदर राजनरसिंहा और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख बोत्सा सत्यनारायण से अलग अलग बातचीत की.
समझा जाता है कि इन दोनों नेताओं ने राज्य नेतृत्व को यह बता दिया है कि पार्टी ने पृथक तेलंगाना राज्य के गठन पर अपना मन बना लिया है और इसकी घोषणा अब केवल समय की बात रह गयी है.