अमेठी : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पंजाब के पूर्व अलगाववादी तथा मौजूदा विधायक के खालिस्तान समर्थक से जनप्रतिनिधि बनने की दास्तां का जिक्र करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में बहुत गुस्सा भरा है, जिसे राजनीतिक तंत्र और विकास के जरिये कम किया जाना चाहिये.राहुल ने यहां केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षण भवन के शिलान्यास के मौके पर आयोजित समारोह में किसी का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘पंजाब में एक विधायक है. वह पहले खालिस्तान समर्थक थे. उनमें गुस्सा भरा था. वह सीआरपीएफ की मौजूदगी के कारण उत्पन्न शांति के बीच तैयार हुए राजनीतिक तंत्र में शामिल हुए और कांग्रेस तथा अकाली ने उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने का मौका दिया, जिससे उनका गुस्सा खत्म हुआ.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दुस्तान में बहुत गुस्सा है. हमें इसे उसी तरह कम करना होगा, जैसे उस विधायक के गुस्से को कम किया गया था. हिन्दुस्तान एक सोच है. इसको जवान बनाते हैं, आप बनाते हैं. इसे सबको शामिल करके बनाना है.’’ राहुल ने इस मौके पर कहा कि खालिस्तानियों के सफाये के बाद पंजाब में शांति स्थापना में सीआरपीएफ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी.
कांग्रेस सांसद ने कहा कि पंजाब को अपने पैरों पर खड़ा करने में सीआरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि केवल 30-40 प्रतिशत सीआरपीएफ कर्मियों को आवासीय सुविधा मिलती है. वे कहते हैं कि उन्हें लड़ने से नहीं बल्कि परिवार की मुश्किलों से डर लगता है. इस बल के जवान आतंकवादियों और परिवार दोनों ही मोर्चो पर लड़ रहे हैं.राहुल ने कहा, ‘‘मैं शिंदे जी से कहना चाहता हूं कि हम इनके परिवारों के लिये जो कर सकते हैं, वह करें.’’ इस मौके पर छह अप्रैल 2010 को छत्तीसगढ़ में नक्सलवादियों के हमले में शहीद हुए 62 बटालियन के सीआरपीएफ के जवानों राजीव कुमार यादव की पत्नी कंचन को तथा विनोद कुमार यादव की पत्नी सावित्री देवी को सम्मानित किया गया.