नयी दिल्ली : भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने एक गतिशील दक्षेस समूह का आह्वान करते हुए शांति, सद्भाव एवं सुशासन के आदर्शों की प्रशंसा की. भारत-पाक संबंधों के संदर्भ में कलाम ने कहा, यदि सालों तक विश्व युद्ध लडने के बाद भी यूरोपीय महादेश के राष्ट्र एक संसद बना सकते […]
नयी दिल्ली : भारत के पूर्व राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम ने एक गतिशील दक्षेस समूह का आह्वान करते हुए शांति, सद्भाव एवं सुशासन के आदर्शों की प्रशंसा की.
भारत-पाक संबंधों के संदर्भ में कलाम ने कहा, यदि सालों तक विश्व युद्ध लडने के बाद भी यूरोपीय महादेश के राष्ट्र एक संसद बना सकते हैं, तो दक्षेस गठबंधन निश्चित तौर पर अपने मतभेदों से परे जाकर एक गतिशील ताकत बन सकता है.
फाउंडेशन फॉर पीस, हारमनी एंड गुड गवर्नेंस के 10वें संस्करण को संबोधित करते हुए कलाम ने किसी लोकतंत्र में शांति एवं संघर्ष पर भी विस्तृत रुप में अपनी बात रखी.