नयी दिल्ली : व्यंग्य पत्रिका के दफ्तर पर हुए आतंकी हमले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने एक विवादित बयान दे दिया है जिसकी चारो ओर निंदा की जा रही है. अय्यर ने पेरिस में व्यंग्य पत्रिका के दफ्तर पर हुए आतंकी हमले को पलटवार करार दिया है.
उन्होंने कहा कि इराक और अफगानिस्तान में मुस्लिम मारे गये, भले ही वो गुनहगार हों या नहीं हों. अय्यर के इस बयान पर विपक्ष ने तो उनकी आलोचना की है, साथ ही उनकी पार्टी ने भी इस विवाद से दूरी बना ली है.
अय्यर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर आप ज्यादा ताकतवर हैं तो इसका यह मतलब नहीं है कि आप कुछ भी कर सकते हैं और कमजोर जवाब नहीं देगा. इसलिए जब ड्रोन हमले होते हैं और घर तबाह किये जाते हैं, बच्चे मारे जाते हैं तो प्रतिक्रिया आने की प्रबल संभावना होती है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए मुङो लगता है कि जिस तरीके से आतंकवाद पर जंग चल रही है, उससे पता है कि इस तरह की प्रतिक्रिया आएगी। अब यह हो रहा है और फ्रांस को देखना होगा कि इसे कैसे रोका जा सकता है.’’ कांग्रेस नेता ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि इराक और अफगानिस्तान में मुस्लिम मारे गये और प्रतिक्रिया संभावित थी.
उन्होंने कहा, ‘‘हमें स्वीकार करना होगा कि 9-11 के बाद आतंकवाद के खिलाफ जंग शुरु होने के बाद से मुस्लिम गुनहगार हों या बेगुनाह हों, मारे गये हैं. अमेरिका ने इराक और अफगानिस्तान में यह किया है. अब लगता है कि वे सीरिया में भी ऐसा करेंगे.’’
अय्यर ने कहा कि पश्चिमी देशों को भारत में मौजूद ‘विविधता में एकता’ से सीख लेनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि मुस्लिम लडकियां हिजाब नहीं पहन सकतीं. इससे मुस्लिमों पर असर तो पडेगा.’’ इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने पेरिस में हुए हमले की कडी निंदा की थी.