पुणे : साल 2002 के दंगों पर अपनी टिप्पणी को लेकर विवादों में घिरे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कांग्रेस पर ‘‘धर्मनिरपेक्षता का बुर्का’’ पहनने और हर संकट के समय ‘‘बंकर में छुप जाने’’ का आरोप लगाया.
एक जनसभा को संबोधित करते हुए यहां मोदी ने गरीबी मिटाने के मुद्दे पर कांग्रेस की नाकामी के लिए पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी हमला बोला. मोदी ने इल्जाम लगाया कि कांग्रेस जन आकांक्षाओं का गला घोंटने की खातिर ‘‘धर्मनिरपेक्षता के खतरे का हौवा’’ खड़ा कर रही है.
मोदी ने कहा, ‘‘जरा गौर से देखिए. जब भी कांग्रेस को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, चाहे वह भ्रष्टाचार हो, महंगाई हो, उच्चतम न्यायालय के निर्देश हों, किसी मंत्री का जेल जाना हो, लड़कियों से बलात्कार हो या असुरक्षा का माहौल हो, वे लोगों को जवाब नहीं देते. जब भी संकट पैदा होता है, वे धर्मनिरपेक्षता का ‘बुर्का’ पहन लेते हैं और बंकर में छुप जाते हैं.’’
भाजपा कांग्रेस पर अक्सर आरोप लगाती रही है कि वह वोटबैंक की सियासत की खातिर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण के काम में लगी हुई है. मोदी ने कहा कि कांग्रेस इस बात पर जोर देकर अपने इस काम को अंजाम देती है कि लोगों को अभी गरीबी या भ्रष्टाचार या कीमतों में हो रहे इजाफे की बात नहीं करनी चाहिए क्योंकि ‘‘धर्मनिरपेक्षता खतरे में हैं’’. उन्होंने कहा कि कांग्रेस दशकों से यही करती आयी है. भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस अब धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देकर जनाकांक्षाओं और लोगों की उम्मीदों का गला नहीं घोंट पाएगी.
मोदी ने कहा, ‘‘कांग्रेस गरीबों को अब भूखा, युवाओं को बेरोजगार नहीं रख पाएगी और जब लड़की से बलात्कार होगा तो वह इससे पल्ला भी नहीं झाड़ पाएगी. अब यह दवा काम नहीं आने वाली.’’ भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी हमला बोला. मोदी ने कहा कि अर्थशास्त्र का विशेषज्ञ होने के बावजूद वह रुपए की कीमत में लगातार हो रही गिरावट को रोक नहीं पा रहे.
राहुल गांधी का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा कि ‘‘वारिस’’ गरीबों के घर में रात गुजारते हैं और मीडिया तथा विदेशियों को इसे ‘‘अतीत के हिस्से’’ कह कर दिखाते हैं, जब 35 साल पहले कांग्रेस ने ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दिया था.