लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बलात्कार की घटनाओं में हुई बढोत्तरी के विरोध में आज भाजपा महिला मोर्चा ने मुख्यमंत्री सचिवालय लालबहादुर शास्त्री भवन के सामने प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि बलात्कारियों की अविलंब गिरफ्तारी एवं उनके विरुद्ध कार्यवाही न हुई तो यह आंदोलन हर जिले पर किया जायेगा.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री सचिवालय के गेट तक पहुंच गयी भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा गृह विभाग के प्रमुख सचिव आर एम श्रीवास्तव के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में भाजपा महिला मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने श्रीवास्तव से भेंट की और उनके सामने इसी हफ्ते प्रतापगढ ,इटावा ,मुरादाबाद ,और लखनऊ में महिलाओं एवं लड़कियों के साथ बलात्कार तथा उन्हें मार डालने अथवा हत्या के प्रयास किये जाने के मामले उठाये. आरोप लगाया कि यह घटनाएं इस बात का प्रमाण है कि अपराधियों के मन में कानून का कोई डर नहीं रह गया है.
वाजपेयी ने श्रीवास्तव से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रमुख सचिव गृह ने उन्हें आश्वस्त किया कि प्रतापगढ में बलात्कार पीड़िता की जुबान काटने का प्रयास किये जाने के मामले में गिरफ्तार व्यक्ति के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्यवाही की जायेगी.
वाजपेयी ने यह भी कहा कि यदि प्रदेश सरकार भविष्य में बलात्कार की घटनाओं में त्वरित कार्यवाही करने में चूकती है तो भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ता संबंधित जिले के जिलाधिकारी कार्यालय पर कब्जा कर लेंगे. इस बीच ,प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था)अरुण कुमार ने बताया कि प्रतापगढ में अदालत में बयान देने से वंचित करने के लिए जिस बलात्कार पीडिता की जबान काटने की घटना हुई थी ,उसमें दूसरे अभियुक्त को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और यह भी कि लड़की की जीभ को कोई ऐसी क्षति नहीं हुई है जो ठीक न हो सके.