लखनऊ: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन ने आज कहा कि सरकारी अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये जल्द ही 5500 नये डाक्टरों की भर्ती की जाएगी. इस सिलसिले में प्रस्ताव लोकसेवा आयोग को भेज दिया गया है.
हसन ने यहां एक बयान में कहा कि सरकार ने राज्य की चिकित्सा सेवाओं को मजबूत करने के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. प्रदेश के अस्पतालों में चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये 5500 नये डाक्टरों की भर्ती जल्द ही लोकसेवा आयोग के माध्यम से करायी जाएगी. इसके लिये आयोग को प्रस्ताव भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि राज्य में पैरामेडिकल स्टाफ, नर्स, मिडवाइफ तथा अन्य कर्मचारियों के रिक्त पदों पर भर्ती जल्द की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अब अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केंद्रों पर डाक्टरों की उपलब्धता बनी रहे. इसके लिये चिकित्सकों द्वारा रोजाना देखे गये मरीजों या किये गये आपरेशनों की सूचना हर महीने की पांच तारीख तक नियंत्रक अधिकारी को और फिर हर माह की 10 तारीख को स्वास्थ्य महानिदेशक के पास भेजना जरुरी होगा. इसके लिये गत चार जुलाई को शासनादेश जारी किया गया है.
उन्होंने कहा कि जो डाक्टर अपनी रिपोर्ट नियंत्रक अधिकारी को उपलब्ध नहीं कराएगा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और उसकी तनख्वाह रोकी जाएगी. साथ ही अगर अस्पताल में हाजिर हुए बगैर उपस्थिति दर्ज किये जाने का मामला पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही का प्रस्ताव तथा आरोपपत्र का मसविदा महानिदेशक को भेजा जाएगा.