बनिहाल: जम्मू-कश्मीर में पीरपंजाल पर्वत श्रृंखला में 11 किलोमीटर लंबी बनिहाल-काजीगुंड रेलवे लाइन का बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उद्घाटन किया. यह भारत का सबसे बड़ा और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा परिवहन सुरंग है.
इंजीनियरिंग के इस अद्भुत कार्य में करीब 1300 मजदूरों और 150 इंजीनियरों ने पिछले सात वर्षों तक अथक परिश्रम किया. सुरंग पर काम नवम्बर 2005 में शुरु हुआ था. इस सुरंग का निर्माण नवीन ऑस्ट्रियाई सुरंग पद्धति से किया गया है और भारत में पहली बार इस पद्धति का इतने बड़े पैमाने पर प्रयोग किया गया है.
परियोजना पर काम करने वाली हिन्दुस्तान कंस्ट्रक्शन कम्पनी (एचसीसी) ने कहा कि पीरपंजाल सुरंग भारत में सबसे बड़ी और एशिया में दूसरी सबसे बड़ी परिवहन सुरंग है. एचसीसी ने कहा कि एशिया में सबसे बड़ी सुरंग का निर्माण चीन ने कराया है.
एचसीसी के अध्यक्ष और पूर्णकालिक निदेशक अरुण करम्बेलकर ने कहा, ‘‘एचसीसी परियोजना दल ने काम पूरा करने के लिए अनवरत काम किया और सर्दियों में जमा देने वाली ठंड में भी काम चलता रहा. इसका एकमात्र उद्देश्य था – राष्ट्रीय महत्व के इस सुरंग को सफलतापूर्वक पूरा करना.’’