23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

उत्तराखंड में तीन दिन तक भारी बारिश का पूर्वानुमान

नयी दिल्ली: मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में अगले तीन दिन में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. प्रदेश में पिछले हफ्ते आई प्रलयंकारी बारिश में 1,000 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है. भारतीय मौसम विभाग ने आज अपनी ताजा जानकारी में कहा, ‘‘अगले 72 घंटे […]

नयी दिल्ली: मौसम विभाग ने आज उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में अगले तीन दिन में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. प्रदेश में पिछले हफ्ते आई प्रलयंकारी बारिश में 1,000 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका है.

भारतीय मौसम विभाग ने आज अपनी ताजा जानकारी में कहा, ‘‘अगले 72 घंटे के दौरान उत्तराखंड में एक या दो जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश होगी जो 25 सेंटीमीटर तक हो सकती है.’’

हालांकि मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि बारिश 17 जून की तरह मूसलधार नहीं होगी जिसके चलते पर्वतीय राज्य में बाढ़ आ गयी और जान-माल की बड़ी हानि हुई.आज सुबह अपने पूर्वानुमान में मौसम कार्यालय ने उत्तराखंड में आज से तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी दी थी.

दोपहर बाद की गयी भविष्यवाणी में बारिश को बहुत भारी होने का आकलन किया गया.मौसम विभाग ने कई प्रदेशों में बारिश की संभावना जताई है. कल तक उत्तराखंड में 392 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि इस समय तक सामान्य बारिश 104.2 एमएम होती है. यानी 275 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है.

उत्तराखंड में तेज बारिश व भूस्खलन से बचाव कार्य रूका

चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों के ऊंचाई वाले इलाकों सहित कई स्थानों पर आज बारिश और भूस्खलन से उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर द्वारा बचाव अभियान प्रभावित हुआ है.

गुप्तकाशी और गोचर में भी यही स्थिति है जहां रुक- रुककर हो रही बारिश और पूरे क्षेत्र में धुंध की समस्या बनी हुई है. दिल्ली में गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि मलबा हटाये जाने के बाद बाढ़ प्रभावित उत्तराखंड में मरने वालों की संख्या एक हजार के आंकड़े को पार कर सकती है.

प्रभावित क्षेत्रों में हवाई बचाव अभियान की देखरेख कर रहे सेवानिवृत्त विंग कमांडर कैप्टन आरएस बराड़ ने कहा कि बद्रीनाथ से करीब 5000 हजार लोगों को अभी निकालना बाकी है और वहां तथा पास के क्षेत्रों में फंसे तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए सहस्त्रधारा हैलीपैड से अब तक एक भी हेलीकॉप्टर उडान नहीं भर पाया है.

उन्होंने कहा, मैं आज सुबह से खुद भी एक हेलीकॉप्टर में बैठकर मौसम साफ होने का इंतजार कर रहा हूं ताकि हम अपना अभियान शुरु कर सकें। चमोली और पौड़ी जिलों से खबरें हैं कि ऊपरी इलाकों में बारिश से हेलीकॅप्टर अभियान पर बुरा असर पड़ा है. राज्य की राजधानी देहरादून में भी बारिश हुई है.

मृतकों की संख्या 1000 से अधिक होने की आशंका : शिंदे

गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने आज कहा कि भयंकर बारिश और विनाशकारी बाढ की चपेट में आये उत्तराखंड में मलबा साफ होने के बाद मृतकों का आंकडा 1000 के पार होने की आशंका है. इंडिया गेट पर दिल्ली पुलिस की नयी पीसीआर वैन को हरी झंडी दिखाने के बाद शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि खबरें हैं कि मृतकों की संख्या लगभग 1000 है लेकिन मलबा साफ होने के बाद यह संख्या बढ सकती है. उन्होंने कहा कि अब बद्रीनाथ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम होगा.

बारिश की वजह से हेलीकाप्टरों द्वारा किये जाने वाले बचाव कार्य में बाधा आयी. शिन्दे ने कहा कि कल वहां बारिश हो रही थी. आज भी बारिश हो रही है. बारिश से हेलीकॉप्टरों द्वारा होने वाले बचाव कार्य में बाधा पडती है. उन्होंने कहा कि खराब मौसम के बावजूद बचाव कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने पहले केदारनाथ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने का फैसला किया. बद्रीनाथ में हालात अपेक्षाकृत बेहतर हैं. वहां भोजन पानी का प्रबंध है.

केदारनाथ में आज सामूहिक अंतिम संस्कार
आज केदारनाथ में सैकड़ों लोगों का सामूहिक अंतिम संस्कार किया जायेगा. इसके लिए पुरोहितों ने तैयारी शुरू कर दी है. उत्तराखंड के अधिकारी केदारनाथ में प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के लिए 50 टन लकड़ी और इतनी ही मात्रा में देसी घी का इंतजाम करने की कोशिश कर रहे है. गढ़वाल प्रशासन के अधिकारियों ने वन निगम के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों से इतनी मात्रा में जलावन लकड़ी और खुले बाजार से घी एकत्र करने को कहा है.

राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, यदि मौसम अनुमति देता है तो हम आज से केदारनाथ में अंतिम संस्कार शुरु करना चाहते हैं. सभी संबंधित अधिकारियों से इंतजाम करने को कहा गया है. अधिकारी ने कहा कि मंदिर नगर या जहां भी शव बुरी तरह सड़ रहे हैं, वहां आज से अंतिम संस्कार शुरु होगा. हालांकि अंतिम संस्कार से पहले शवों की तसवीर ली जायेगी और उनका डीएनए सैंपल भी लिया जायेगा. बारिश और बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित मंदिर नगर में कितने लोग मारे गये हैं, इसका सही आंकड़ा नहीं है.

बीती रात और सुबह के समय राज्य के बहुत से हिस्सों में बारिश हुई, लेकिन आज हेलीकॉप्टर अभियान शुरु होने की उम्मीद है. वहां आज भी तेज बारिश हो रही है, जिसके कारण हेलीकॉप्टर द्वारा किया जा रहा बचाव कार्य बाधित हो गया है, हालांकि जमीनी स्तर पर किये जा रहे बचाव कार्य अभी भी जारी हैं.

तेज बारिश के कारण भूस्खलन का खतरा बहुत बढ गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार रु‎द्रप्रयाग और गुप्तकाशी में भूस्खलन की दो छोटी घटनाएं भी हुईं हैं. बुलडोजर की मदद से रास्ता साफ किया जा रहा है. ऋषिकेश-उत्तरकाशी मार्ग पर भी भूस्खलन की घटना घटी है.

सेना ने कहा है कि बद्रीनाथ में फंसे लगभग 4,500 लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं, जिनमें स्थानीय लोग और तीर्थयात्री शामिल हैं. आईटीबीपी के डीजी अजय चड्ढा ने कहा है कि मौसम ठीक होते ही हवाई बचाव कार्य को तेज कर दिया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें