नयी दिल्ली: यमुना नदी का जलस्तर आज घटना शुरु हो गया, लेकिन नदी से सटे निचले इलाकों में आज लगातार दूसरे दिन पानी भरा रहा.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि दोपहर 2:00 बजे नदी का जलस्तर 206.83 मीटर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से करीब दो मीटर उपर है.
कल रात जलस्तर 207.32 मीटर तक पहुंच गया था. यमुना में सबसे अधिक जलस्तर 1978 में 207.49 मीटर दर्ज किया गया था. 1978 में शहर के कई इलाकों में अचानक बाढ़ आ गयी थी.
उस्मानपुर, यमुना बाजार, भजनपुरा, शास्त्री पार्क, गढ़ी मांडू, मजनूं का टीला, उस्मानपुर पुश्ता और जगतपुर जैसे यमुना से सटे निचले इलाके आज जलमग्न रहे. अधिकारियों ने बाढ़ संभावित इलाकों से 5,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. बाढ़ प्रभावित लोगों को रहने के लिए जगह मुहैया कराने के लिए 19 आश्रय शिविर और 500 टेंट लगाए गए हैं. पिछले चार दिनों में हरियाणा के हथनीकुंड से करीब 11 लाख क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया था जिसकी वजह से नदी का जलस्तर बढ़ा. अधिकारियों ने कहा कि जलस्तर में और कमी होने की संभावना है.
पूर्वी दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी की हृदय-स्थली से जोड़ने वाला 145 साल पुराना यमुना पुल लगातार तीसरे दिन रेल और सड़क यातायात के लिए बंद रहा. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सभी संबंधित विभागों एवं एजेंसियों के साथ बचाव अभियान की निगरानी कर रहा है.प्रभावित लोगों की मदद के लिए मोबाइल मेडिकल टीमें और पानी के टैंकर लगाए गए हैं.