नई दिल्ली : लगातार और भारी बारिश तथा हरियाणा से पानी छोड़े जाने के चलते यमुना में जलस्तर बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने आज नदी के किनारे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालना शुरु कर दिया.
मुख्य सचिव डी एम सपोलिया ने राजस्व विभाग को कल दोपहर 12 बजे तक लोगों को निचले इलाकों से निकालने तथा प्रशासन को किसी संभावित आपदा के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. सपोलिया ने बताया कि हरियाणा ने आज सुबह यमुनानगर के समीप हथिनीकुंड बैराज से आठ लाख क्यूसेक अतिरिक्त पानी यमुना में छोड़ा है और इस पानी के अगले 36 घंटों में दिल्ली पहुंचने की संभावना है.
एक बैठक में सपोलिया ने सभी संबंधित विभागों और एजेंसियों को निर्देश जारी कर उचित समन्वय सुनिश्चित करने को कहा है क्योंकि यमुना के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इस बैठक में तीनों नगर निगमों के आयुक्तों , दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों , सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग , दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के अधिकारियों ने भाग लिया.
मुख्य सचिव ने बताया कि उन्होंने राजस्व विभाग से आज आधी रात से प्रभावित लोगों को आश्रय मुहैया कराने के लिए राहत शिविर स्थापित करने को कहा है. इस बैठक में सपोलिया ने एजेंसियों को स्पष्ट बताया कि सरकार जवाबदेही में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगी और सभी एजेंसियों को आपसी गहन समन्वय के साथ काम करने को कहा. उन्होंने एजेंसियों को यह भी निर्देश दिया कि वे रोजाना शाम छह बजे उन्हें बाढ़ की स्थिति रिपोर्ट देंगी. सपोलिया ने कहा कि हथिनी कुंड से इस वर्ष छोड़ा जाने वाला पानी ‘‘सर्वाधिक ’’ होगा.
अधिकारियों ने बताया कि सपोलिया ने बाढ़ नियंत्रण विभाग को पूर्वी यमुना बांध की मजबूती की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया. शहरभर में जल भराव के मुद्दे पर मुख्य सचिव ने संबंधित एजेंसियों को इकट्ठा हुए पानी को निकालने के हरसंभव प्रयास करने को कहा.
दिल्ली यातायात पुलिस ने बैठक में बताया कि 50 जगहों पर पानी जमा है जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. लोक निर्माण विभाग ने भी मानसून नियंत्रण कक्ष : फोन नंबर 1800 11 00 93 शुरु किया है जो आईटीओ इस विभाग के मुख्यालय में होगा.