-छत्तीसगढ़ नक्सली हमला-
रायपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की जीरम घाटी में पिछले 25 मई को हुए जानलेवा माओवादी हमले की जांच कर रहे विशेष न्यायिक जांच आयोग ने इस घटना के गवाहों को अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है. इस नक्सली हमले में कांग्रेस के कई नेता सहित 29 लोग मारे गए थे.
विशेष न्यायिक आयोग के सचिव शिवमंगल पांडेय ने आज बताया, ‘‘जिन लोगों, संस्थाओं या लोगों के समूह को नक्सल हमले के बारे में सीधी जानकारी है, वे गवाह के तौर हिंदी या अंग्रेजी में अपना बयान दर्ज कराने के लिए आ सकते हैं.’’ छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश प्रशांत मिश्र की अध्यक्षता वाला एक सदस्यीय विशेष न्यायिक आयोग हमले की जांच पहले ही शुरु कर चुका है और यह बस्तर संभाग के जगदलपुर शहर में आयुक्त के कार्यालय से अपने काम को अंजाम दे रहा है. यह जगह जीरम घाटी से करीब 30 किलोमीटर दूर है. अधिकारी ने बताया कि जो भी शख्स बतौर गवाह अपना बयान दर्ज कराना चाहता है उसे अपने हलफनामे में अपनी पहचान से जुड़े दस्तावेज पेश करने होंगे.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आयोग को कुछ बिंदु स्पष्ट कर दिए हैं जिन पर जांच की जाएगी. इन बिंदुओं पर जांच की जानी है कि 25 मई को जीरम घाटी में कांग्रेस के काफिले पर किन परिस्थितियों में हमला हुआ, क्या इस घटना को टाला जा सकता था, क्या सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे या सुरक्षा में किसी तरह की कमी थी, क्या सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा के सभी मानदंड पूरे किए थे इत्यादि.