नयी दिल्ली : कांग्रेस ने 2014 के लोकसभा चुनाव मुकाबले के लिए राहुल गांधी की टीम गठित करते हुए आज पूर्व केंद्रीय मंत्रियों अजय माकन और सीपी जोशी को अंबिका सोनी और गुरुदास कामत के साथ महासचिव नियुक्त किया जबकि गुलाम नबी आजाद और आस्कर फर्नांडिस को पद से मुक्त कर दिया गया.
पार्टी संगठन में बडे पैमाने पर फेरबदल करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अहमद पटेल को अपना राजनीतिक सचिव बरकार रखा वहीं अंबिका सोनी को महासचिव नियुक्त करते हुए उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय (सीपीओ) का प्रभारी बनाया गया.
करीब एक दशक पहले सोनी राजनीतिक सचिव थीं. उनके बाद पटेल को इस पद पर नियुक्त किया गया. सोनी को पहले भी सीपीओ का प्रभार दिया गया था. राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले गुजरात के मधुसूदन मिस्त्री को अहम माने जाने वाले उत्तर प्रदेश का प्रभार दिया गया है जबकि दिग्विजय सिंह को आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और गोवा की जिम्मेदारी दी गयी है. महासचिव पद से हटाए जाने वालों में विलास मुत्तमवार और बीरेंद्र सिंह शामिल हैं. अन्य राज्यों के प्रभारियों जगमीत सिंह बरार, जगदीश टाइटलर और गुलचैन सिंह चरक को फिर से नियुक्त नहीं किया गया है.
मोहन प्रकाश, शकील अहमद और लुईजिन्हो फलेरिया को महासचिव बनाया गया है. इसके पहले वे कांग्रेस कार्य समिति में स्थायी आमंत्रित सदस्य थे. साथ ही वे विभिन्न राज्यों के प्रभारी थे. लोकसभा चुनाव में एक साल से भी कम समय रह जाने के बीच माकन को नवगठित संचार, प्रचार और प्रकाशन शाखा की जिम्मेदारी दी गयी है जिसमें पार्टी का मीडिया विभाग भी होगा. जनार्दन द्विवेदी पिछले छह साल से मीडिया विभाग देख रहे थे. प्रिया दत्त सचिव के रुप में माकन की सहायता करेंगी. पार्टी ने 42 सचिवों की नियुक्ति की है. माकन और जोशी ने कल रात मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.
एक वरिष्ठ नेता ने टिप्पणी की कि संगठन में फेरबदल से स्पष्ट होता है कि नई पीढ़ी को जिम्मेदारी दी गयी और पार्टी में निर्णय लेने वाले शीर्ष निकाय कांग्रेस कार्य समिति की औसत उम्र 52 है जो पहले अधिक थी. इसी साल जनवरी में पार्टी उपाध्यक्ष का पदभार संभालने वाले राहुल ने प्रमुख संगठनों का प्रभार अपने पास रखा है जबकि प्रभा किशोर तवियाड और सूरज हेगड़े सचिव के तौर पर उनकी सहायता करेंगे. सीपी जोशी को असम, बिहार, पश्चिम बंगाल और अंडबार निकोबार का प्रभारी बनाया गया है वहीं एक और पूर्व मंत्री गुरुदास कामत गुजरात, राजस्थान, दादरा और नगर हवेली तथा दमन -दिउ की जिम्मेदारी संभालेंगे. अंबिका सोनी को सीपीओ के अलावा हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड की जिम्मेदारी भी दी गयी है.पार्टी महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने कैबिनेट में फेरबदल के पहले इन बदलावों की घोषणा की. फलेरियो को असम छोड़कर पूर्वोंत्तर के छह राज्यों का प्रभार दिया गया है वहीं रिकार्ड आठ साल से राजस्थान का प्रभार संभाल रहे मुकुल वासनिक को अब केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और लक्ष्यद्वीप की जिम्मेदारी दी गयी है.
हरि प्रसाद को छत्तीसगढ़ के अलावा झारखंड और ओड़िशा की जिम्मेदारी भी सौंपी गयी है. मोहन प्रकाश को महाराष्ट्र के साथ साथ मध्य प्रदेश का भी प्रभार दिया गया है. उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. महासचिव शकील अहमद को दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभार दिया गया है.संभवत: यह पहला मौका है जब पार्टी में 12 महासचिव हैं. वरिष्ठ नेता मोती लाल वोरा को कोषाध्यक्ष बनाए रखा गया है. वह प्रशासन का कार्य भी देखेंगे. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह और सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के विरोधी रहे केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को कार्य समिति को स्थायी आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. वित्त मंत्री पी चिदंबरम, पूर्व मंत्री मुरली देवड़ा और एस एम कृष्णा स्थायी आमंत्रित सदस्य बने रहेंगे.
अनिल शास्त्री, राज बब्बर, राशिद मसूद, मोहिन्दर सिंह केपी और जी संजीव रेड्डी को सीडब्ल्यसी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. द्विवेदी कांग्रेस की बैठकें, विभागों, सीडब्ल्यूसी, संगठन और समन्वय को भी देखेंगे. आजाद के महासचिव पद पर नहीं रहने के बाद अब आंध प्रदेश का प्रभार देखने वाले दिग्विजय सिंह को तेलंगाना मुद्दा से निपटना होगा. द्विवेदी ने कहा कि आजाद को महासचिव नहीं बनाया गया है और जोशी तथा माकन सिर्फ महासचिव ही होंगे क्योंकि पार्टी ने जयपुर में अपने चिंतन शिविर में तय किया था कि किसी व्यक्ति को या तो सरकार में होना चाहिए या पार्टी में.
वरिष्ठ नेता मोहसिना किदवई को सीडब्ल्यूसी का स्थायी सदस्य बनाया गया है क्योंकि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को लिखकर कहा था कि उन्हें उम्र बढ़ने के कारण उन्हें हल्की जिम्मेदारी दी जाए. कांग्रेस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और प्रधानमंत्री के अलावा सीडब्ल्यूसी के अन्य सदस्यों में एके एंटनी, अहमद पटेल, एस पी सैकिया, सुशीला तिरिया और सभी महासचिव तथा कोषाध्यक्ष शामिल हैं. कांग्रेस ने उन राज्यों के लिए स्क्रीनिंग समितियों की भी घोषणा की है जहां विधानसभा चुनाव होने हैं. इन राज्यों में छत्तीसगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, मिजोरम और राजस्थान शामिल हैं. जोशी को छत्तीसगढ़ समिति का अध्यक्ष बनाया गया है जबकि दिल्ली समिति के प्रमुख वी नारायणयामी होंगे. मध्य प्रदेश समिति के प्रमुख मिस्त्री, राजस्थान समिति के प्रमुख अजय माकन और मिजोरम समिति के प्रमुख मोहन प्रकाश होंगे.