नयी दिल्ली : पाकिस्तान ने मुंबई हमलों के आरोपी जमात उद दावा के प्रमुख हाफिज सईद को क्लीनचीट दे दिया है. पाकिस्तान ने उसे कहीं भी आने-जाने के लिए स्वतंत्र कर दिया है. सईद को क्लीनचीट दिये जाने पर भारत ने पाकिस्तान की घोर आलोचना की है.
भारत ने आज पाकिस्तान की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि हाफिज सईद के खिलाफ कोई मामला नहीं है और वह कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है. भारत ने कहा कि यह आतंकवादी मुंबई हमलों का सरगना है और पाकिस्तान को आतंकवादी संगठन जमात उद दावा के प्रमुख पर मामला दर्ज कर मुकदमा चलाना चाहिए.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने यहां कहा, हाफिज सईद पर हमारे विचार बिल्कुल स्पष्ट हैं. हमारे लिए वह मुंबई हमलों का दुष्ट सरगना है और मुंबई की सडकों पर हत्या करने के लिए भारतीय अदालत में वह आरोपी है. हमने पाकिस्तान से बार…बार कहा है कि उसे पकडा जाना चाहिए और उस पर न्यायिक प्रक्रिया चलाई जानी चाहिए.
उन्होंने कहा, उसे कभी भी 26/11 के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया. अत: …वह सिर्फ इसलिए स्वतंत्र है क्योंकि वह पाकिस्तानी नागरिक है. पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित की टिप्पणी के बाद भारत की प्रतिक्रिया आई है. बासित ने कहा, हाफिज सईद पाकिस्तानी नागरिक है इसलिए वह स्वतंत्र घूम रहा है. इसलिए क्या समस्या है…जहां तक पाकिस्तान की बात है वह स्वतंत्र नागरिक है इसलिए कोई मुद्दा नहीं है. अदालत ने उसे पहले ही बरी कर दिया है. उसके खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है.
पाकिस्तान के रुख के बारे में पूछने पर कि उसकी संलिप्तता को लेकर ज्यादा साक्ष्य नहीं है, अकबरुद्दीन ने कहा, ह्यह्यइस मामले में 99 फीसदी साक्ष्य पाकिस्तान में है. ऐसा इसलिए कि पूरा षड्यंत्र पाकिस्तान में रचा गया. इस दुदाह्णत कृत्य की योजना पाकिस्तान में बनाई गई.
उन्होंने कहा, इस कृत्य के लिए वित्तपोषण का पता पाकिस्तान में चला और इसमें शामिल लोग पाकिस्तानी थे. इसलिए हमारा हमेशा से मानना रहा कि यह पाकिस्तान की जिम्मेदारी है कि हाफिज सईद जैसे अपराधियों पर मुकदमा चलाया जाए और मुंबई में अपराध के लिए न्याय किया जाए.