ग्वालियर:ग्वालियर में देश के प्रतिष्ठित सिंधिया स्कूल में बिहार के सहकारिता मंत्री जयसिंह के 13 वर्षीय बेटे आदर्श सिंह द्वारा कथित रुप से फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किये जाने का मामला तूल पकडता जा रहा है. जिला प्रशासन और पुलिस ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच शुरु कर दी है.
जिला कलेक्टर पी.नरहरि ने घटना की दंडाधिकारी जांच के आदेश देते हुए अनुविभागीय दंडाधिकारी एस.सक्सेना को तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोहम्मद यूसुफ कुरैशी को इस संबंध में विस्तृत जांच करने के आदेश दिये हैं.
जांच के मुद्दों में यह भी शामिल किया गया है कि आदर्श ने रैगिंग के चलते फांसी लगाई या किसी अन्य कारण से ऐसा किया. साथ ही स्कूल प्रबंधन द्वारा इस मामले को छिपाने के प्रयासों को भी जांच में शामिल किया गया है. सूत्रों के अनुसार आदर्श को दो दिन पूर्व ही दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था तथा वहां उसकी स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है.
उल्लेखनीय है कि बुधवार की रात 20 अगस्त को जब आदर्श अनुपस्थित मिला तो उसके साथियों ने उसे खोजा. वह अपने कमरे में तडपता मिला. उसके गले में कपडा बंधा था और ऐसा लग रहा था जैसे उसने पंखे से लटककर आत्महत्या करने का प्रयास किया था. प्रबंधन द्वारा आदर्श को नगर के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया लेकिन हालत बिगडने पर उसे दिल्ली के अपोलो अस्पताल भेज दिया गया. वहां वह अभी वेंटीलेटर पर है.