नयी दिल्ली:रक्षा मंत्रालय ने सूचना के अधिकार अधिनियम आरटीआई के तहत दायर एक आवेदन के जवाब में बताया है कि पाकिस्तान की जेलों में भारत के 54 युद्धबंदी कैद हैं जिन्हें 1965 और 1971की लड़ाई के दौरान बंदी बना लिया गया था. उन्हें छुड़ाने की कोशिशों अब तक विफल रही है.
इन सेनानियों की जिन्दगी वर्षों से पाकिस्तान की जेलों के अंधियारे में कैद है. और अब तो शायद इनसेनानियोंने अपने देश वापस लौटने की उम्मीदें भी छोड़ दी होंगी.
आवेदन में पूछा गया था कि पाकिस्तान की जेलों में कितने भारतीय युद्धबंदी हैं और उन्हें छुडाने के क्या प्रयास किए जा रहे हैं. रक्षा मंत्रालय से यह भी पूछा गया था कि जब 1971 में पाकिस्तान ने 90 हजार से अधिक सैनिकों के साथ भारत के समक्ष समर्पण कर दिया था तो इस लड़ाई के युद्धबंदियों को उसी समय छुड़ा पाना संभव क्यों नहीं हो पाया.