भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आज चुनाव समिति, संसदीय बोर्ड और राष्ट्रीय कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया. खबर है कि वे नरेंद्र मोदी को पार्टी प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज थे. उनके इस्तीफे को कई नेताओं ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है. उन्हें मनाने का सिलसिला जारी है.
कीर्ति आजाद– आडवाणी जी का इस्तीफा देना बेहद दुखद है. इससे पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान होगा.
मनमोहन वैद्य– आडवाणी जी का इस्तीफा देना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. पार्टी उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है, हमें उम्मीद है कि पार्टी उन्हें मना लेगी.
राकांपा:महाराष्ट्र राकांपा प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा, ‘‘एक अलग तरह की पार्टी वास्तव में ही एक अलग तरह की पार्टी है जैसा कि आडवाणी के इस्तीफे से पता चलता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जबसे भाजपा नमोनिया से ग्रस्त हुई है तब से राजग की किस्मत ठप हो गई है. 2014 के लोकसभा चुनावों में संप्रग जबरदस्त तरीके से फिर सत्ता में आएगा.’’
शिवानंद तिवारी– आडवाणी जी ने इस्तीफा अपनी प्रतिष्ठा को बचाने के लिए दिया है. हम बीजेपी से तब जुड़े जब लोग इस पार्टी को अछूत मानते थे, हम पार्टी के सबसे पुराने सहयोगी हैं. इस विषय पर विचार के लिए हमारे नेता नीतीश कुमार ने बैठक बुलाई है जहां हम सभी मुद्दों पर विचार करेंगे.
गिरिराज सिंह- आडवाणी जी के इस्तीफे पर कोई खास टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं. ये समय के साथ खुलासा हो पाएगा उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया.
संजय राउत– आडवाणी जी किस बात से नाराज है इस पर बीजेपी को ध्यान देना चाहिए. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को मिलकर उनसे बात करनी चाहिए.
शरद यादव- हमारी पार्टी इस नयी परिस्थिति में क्या करना है इस पर विचार करेगी. बड़े नेताओं ने मिलकर एनडीए का निर्माण किया है. उनके इस कदम के बाद जेडीयू अपने स्टैंड पर भी विचार करेगी.
सुषमा स्वराज- मैं आडवाणी जी से मिलने जा रही हूं. मुझे पूरा विश्वास है कि मैं उन्हें मना लूंगी. मुझे इस बात की जानकारी नही है कि उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया है उनका इस्तीफा देना दुर्भाग्यपूर्ण है.
सुखवीर सिंह बादल-आडवाणी का इस्तीफा देना पार्टी का आंतरिक मामला है. मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता.
राम जेठमलानी :भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफे पर वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आडवाणी सठिया गए हैं.
उमा भारती-आडवाणी जी के इस्तीफे का क्या कारण ये अबतक स्पष्ट नहीं हो पाया है. हम उनको मनाने की कोशिश कर रहे हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि हम उन्हें मना लेंगे.
अमर सिंह:मुख्य विपक्षी दल के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की असहमति के बावजूद नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रीय भूमिका दिए जाने पर चुटकी लेते हुए समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह ने आज कहा कि भाजपा पार्टी के दशरथ सरीखे आडवाणी को दरकिनार करके किस तरह की नई रामायण रचना चाहती है.
कल्याण सिंह-आडवाणी जी से आग्रह है कि वक्त की नजाकत को समझें और मान जाएं.
मुकेश नायक –लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफे से उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ है, क्योंकि भाजपा में वरिष्ठ नेताओं के साथ अपमानजनक व्यवहार की परंपरा रही है.
सुब्रमण्यम स्वामी :जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया जाना वर्ष 2014 के आमचुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की जीत सुनिश्चित करते हुए एक नए युग का सूत्रपात करेगा.
नरेंद्र मोदी-आडवाणी जी से फोन पर लंबी बात हुई. मैंने उन्हें अपना निर्णय बदलने का आग्रह किया है. उम्मीद है वो लाखों कार्यकताओं को निराश नहीं करेंगे.