नयी दिल्ली: लोकसभा में आज अन्नाद्रमुक के एम थंबीदुरई को निर्विरोध उपाध्यक्ष चुन लिया गया. सभी दलों ने थंबीदुरई का समर्थन किया. 67 वर्षीय अन्नाद्रमुक नेता नामांकन दाखिल करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे जिन्हें भाजपा और कांग्रेस सहित सत्ता पक्ष और विपक्ष के कुल 11 दलों का समर्थन हासिल था. निचले सदन के उपाध्यक्ष के रुप में थंबीदुरै की यह दूसरी पारी है, क्योंकि इससे पूर्व वह 1985 में पहली बार इस पद के लिए चुने गए थे.
उनके निर्विरोध निर्वाचित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे सहित अनेक दलों के नेता उन्हें ससम्मान उपाध्यक्ष के लिए निर्धारित सीट की ओर ले गए. सदन द्वारा उन्हें सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष चुनने के बाद मोदी ने इस पद पर थंबीदुरै का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि परंपराओं के अनुरुप सदन के सभी दलों के सदस्यों ने थंबीदुरै को सर्वसम्मति से उपाध्यक्ष पद के लिए पसंद किया है.
उन्होंने इसके लिए सदन का खासतौर से, प्रतिपक्ष के सभी दलों का आभार व्यक्त किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि थंबीदुरै पहले भी उपाध्यक्ष रह चुके हैं और पिछली बार की तरह इस बार भी वह सदन का बढिया मार्गदर्शन और संचालन करेंगे. थंबीदुरै की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि एक सांसद के रुप में लंबा अनुभव होने के साथ ही वह पहले भी उपाध्यक्ष होने के अलावा मंत्रिपरिषद में भी रह चुके हैं. वह एक शिक्षाविद्, सामाजिक कार्यकर्ता और कृषिविद् भी हैं.
The Prime Minister congratulated Shri Thambidurai on being unanimously elected as the Deputy Speaker of the Lok Sabha.
— PMO India (@PMOIndia) August 13, 2014
मोदी ने विश्वास जताया कि ऐसी विविधता भरा व्यक्तित्व उपाध्यक्ष चुने जाने पर सदन को मार्गदर्शन मिलेगा. थंबीदुरै को उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार की ओर से उन्हें पूर्ण सहयोग मिलेगा. सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने थंबीदुरै का स्वागत करते हुए कहा कि लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण यही जगह (संसद) होती है जहां जनता के प्रतिनिधि जनता की आवाज उठाना चाहते हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी कि उपाध्यक्ष की हैसियत से थंबीदुरै ऐसा करने में सदस्यों की मदद करेंगे.
* पांच बार लोकसभा के लिए हुए निर्वाचित
एम थंबईदुरे पांच बार लोकसभा सदन के लिए चुने गये हैं. थंबीदुरै तमिलनाडु में करुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. लोकसभा में कांग्रेस के बाद उनकी पार्टी विपक्ष की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है.
* भाजपा और कांग्रेस के बाद अन्नाद्रमुक तीसरी सबसे बड़ी पार्टी
भाजपा और कांग्रेस के बाद 37 सांसदों के साथ अन्नाद्रमुक सदन में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है. थंबीदुरै के उपाध्यक्ष चुने जाने की चर्चाएं पिछले एक महीने से जारी थी. अन्नाद्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद से इसकी उम्मीद अधिक बढ़ गयी थी.