नयी दिल्ली : कांग्रेस की लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद फजीहत का दौर समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है. रह-रह कर कोई न कोई परेशानी पार्टी दरवाजे पर दस्तक दे जाती है. पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह की पुस्तक ने धमाका कर सोनिया गांधी और पार्टी के लिए पहले से ही फजीहत बढ़ा दी है. अब कांग्रेस के लिए एक और परेशानी बढ़ने वाली है.
परेशानी लोकसभा में बैठने को लेकर है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि लोकसभा में आगे की कतार में बैठने के लिए कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें मिली है. बताया जा रहा है कि पार्टी ने चार सीटों की मांग रखी थी. सीटें केवल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए दिया गया है. कांग्रेस के सांसदों को अब आम आदमी पार्टी के सांसदों और लेफ्ट के साथ बैठना होगा.
* सीट को लेकर होता रहा है विवाद
लोकसभा में बैठने को लेकर पहले से ही विवाद होता रहा है. कई पार्टियां एक दूसरे के साथ बैठने इनकार जा चुके हैं. कांग्रेस जहां एआईएमडीएमके,बीजेडी जैसे पार्टियों के साथ बैठने से इनकार किया है तो वहीं इन पार्टियों का कहना है कि वह भाजपा और कांग्रेस के साथ समान दूरी बना कर रखना चाहते हैं,इसी लिये वह भाजपा और कांग्रेस के साथ नहीं बैठना चाहते हैं.
* नेता विपक्ष को लेकर कांग्रेस की हो चुकी है फजीहत
चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद लोकसभा में नेता विपक्ष को लेकर पार्टी की काफी फजीहत हो चुकी है. चुनाव में कांग्रेस को मात्र 44 सीटें ही मिल पायी. जबकि लोकसभा में नेता विपक्ष का पद हासिल करने के लिए कम से कम 55 सीटें होनी जरूरी है. इधर कांग्रेस को मात्र 44 सीटें मिलने से भाजपा नेता विपक्ष का पद देने से इनकार जा रही है.