मुंबई : महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए नामित उद्धव ठाकरे ने यहां बुधवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की. एक दिन बाद ही उद्धव का शपथ ग्रहण समारोह होना है. इस बीच मंत्रिपरिषद के गठन की प्रक्रिया भी तेज हो गयी है.
दिन में कांग्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल एवं अन्य के साथ पवार की बातचीत के मद्देनजर दोनों शीर्ष नेताओं की यह बैठक हो रही है. पवार और शिवसेना प्रमुख ठाकरे के अपने मंत्रिपरिषद एवं बृहस्पतिवार शाम को दादर में शिवाजी पार्क में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने की संभावना है. मंगलवार को शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने महाराष्ट्र में बनने वाली अगली ‘महाराष्ट्र विकास अघाड़ी’ की सरकार में मुख्यमंत्री के तौर पर नामित किया था. जब से शिवसेना ने राकांपा एवं कांग्रेस गठबंधन से संपर्क किया है तब से पवार सरकार गठन के लिए तीनों पार्टियों के बीच बातचीत का केंद्र रहे हैं.
उद्धव ठाकरे एक सार्वजनिक समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इसी के साथ राज्य में 20 साल बाद पार्टी के पास यह पद होगा. 59 वर्षीय उद्धव ठाकरे उसी शिवाजी पार्क में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जहां पर उनके पिता और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे मशहूर दशहरा रैली को संबोधित करते थे. शिवसेना के आखिरी मुख्यमंत्री नारायण राणे थे जिन्होंने मनोहर जोशी के बाद 1999 में पद ग्रहण किया था. वर्ष 1995 में जोशी शिवसेना के पहले मुख्यमंत्री थे. राकांपा नेता अजित पवार के समर्थन से बनी तीन दिन की सरकार सहित तमाम नाटकीय राजनीतिक घटनाओं के बाद आखिरकार गुरुवार को शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है. कयास है कि अजित पवार जो मंगलवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार से मिले थे और यहां बुधवार को हुई पार्टी बैठक में भी शामिल थे को नये मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
महाराष्ट्र की 14वीं विधानसभा का विशेष सत्र बुधवार को यहां शुरू हुआ जिसमें नव निर्वाचित 285 सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलांबकर ने शपथ दिलायी जिन्हें इस पद पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने नियुक्त किया था. विधान सचिव राजेंद्र भागवत ने बताया मंत्रिमंडल की बैठक के बाद अध्यक्ष के चुनाव के लिए तारीख पर फैसला लिया जायेगा. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के गुरुवार को मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के बाद मंत्रिमंडल की बैठक होगी. (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने पहले विधान भवन के प्रवेश द्वार पर अजित पवार और पार्टी विधायक रोहित पवार से मुलाकात की. नव निर्वाचित सदस्य राज्य में चल रहे राजनीतिक नाटकीय घटनाक्रमों के कारण विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक महीने बाद भी शपथ नहीं ले पाये थे. किसी भी राजनीतिक दल के सरकार न बना पाने के कारण राज्य में 12 नवंबर से 23 नवंबर तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा.
उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कोश्यारी से प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने को कहा था कि सदन के सभी निर्वाचित सदस्यों को बुधवार शाम पांच बजे तक शपथ दिला दी जाये. राकांपा नेता अजित पवार के समर्थन से 23 नवंबर को बनी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार मंगलवार दोपहर को तब गिर गयी जब पवार ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और फिर उसके बाद देवेंद्र फडणवीस को भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. फडणवीस का इस्तीफा सोमवार को शिवसेना के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा 162 विधायकों की परेड कराकर शक्ति प्रदर्शन करने के एक दिन बाद आया जिससे साफ हो गया था कि संख्याबल भाजपा के खिलाफ है. उम्मीद है कि गठबंधन सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) के तहत काम करेगी जिसे उद्धव ठाकरे, राकांपा अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बीच हुई गहन चर्चा के बाद तैयार किया गया है.
महाराष्ट्र के इतिहास में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले दूसरे मुख्यमंत्री बने फडणवीस के नाम एक और रिकॉर्ड जुड़ गया है. पिछले 59 साल में वे पहले मुख्यमंत्री हैं जिनकी सरकार महज चार दिन के लिए रही. शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के ‘महाविकास अघाड़ी’ की सरकार उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बनेगी जो मौजूदा समय में राज्य विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. शिवसेना सांसद संजय राउत ने यहां पत्रकारों से कहा कि भाजपा महाराष्ट्र ने सत्ता को कायम रखने के लिए ‘अघोरी’ (निकृष्ट) कोशिश की, लेकन राज्य की जनता ने उसे नाकाम कर दिया, यह देश में राजनीतिक बदलाव की शुरुआत है. राउत ने कहा कि इसमें आश्चर्य नहीं होगा अगर महाराष्ट्र में अपना मुख्यमंत्री बनाने के बाद केंद्र में भी शिवसेना सरकार बनाये.
भाजपा से टकराव के बाद पिछले एक महीने से नियमित रूप से मीडिया को संबोधित करते हुए राउत ने कहा कि वह गुरुवार से नियमित संवाददाता सम्मेलन संबोधित नहीं करेंगे और शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ से जुड़े अपने काम पर लौटेंगे. राज्यसभा सदस्य शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक भी हैं. यह पूछे जाने पर कि गुरुवार को ठाकरे के शपथ ग्रहण समारोह के लिए किसे-किसे आमंत्रित किया जायेएगा, इस पर उन्होंने कहा, मेरी जिम्मेदारी अब कम होगी. मैं कल से आपको (मीडिया) संबोधित नहीं करूंगा. मैं सामना में अपना मूल काम शुरू करूंगा. ये सभी फैसले नये मुख्यमंत्री लेंगे. महाराष्ट्र के मंत्रिपरिषद एवं शपथ ग्रहण समारोह से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए अहमद पटेल समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यहां राकांपा प्रमुख शरद पवार से उनके आवास ‘सिल्वर ओक’ पर मुलाकात की. वहीं, उद्धव ठाकरे ने पत्नी रश्मी के साथ बुधवार को राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की.
इस बीच, बंबई उच्च न्यायालय ने शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे द्वारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान सुरक्षा को लेकर चिंता जतायी और बुधवार को कहा कि सार्वजनिक मैदान में इस तरह के कार्यक्रम नियमित परिपाटी नहीं बननी चाहिए. शिवाजी पार्क खेल का मैदान है या मनोरंजन पार्क इसको लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायालय ने कहा, हम कल के समारोह के बारे में कुछ नहीं कहना चाहते हैं. बस दुआ करते हैं कि कोई अप्रिय घटना न हो.