नयी दिल्ली :हरियाणा के सांसदबीरेंद्रसिंह को कांग्रेस ने पार्टी की कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) से हटा दिया है. कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता से स्पष्टीकरण मांगा है कि उन्होंने भगवा पार्टी के साथ संपर्क क्यों किया.हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ बगावत करने वाले वीरेंद्र सिंह ने हाल में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी और इस तरह के संकेत हैं कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं.
सिंह एआईसीसी महासचिव रह चुके हैं और वह अभी राज्यसभा सदस्य हैं. अंतिम एआईसीसी फेरबदल के दौरान पार्टी की निर्णय लेने वाली शीर्ष संस्था सीडब्लूसी के वह सदस्य बनाए गए थे. समझा जाता है कि सिंह को लिखे एक पत्र में हरियाणा में पार्टी मामलों के प्रभारी एआईसीसी महासचिव शकील अहमद ने शाह सहित भाजपा नेताओं के साथ उनकी मुलाकात संबंधी मीडिया रिपोर्ट पर उनका ध्यान दिलाया है.
समझा जाता है कि पार्टी ने उनसे कहा, ये सभी कार्रवाई पार्टी हितों के खिलाफ है और पार्टी का नाम खराब हुआ है. चूंकि आप पार्टी सांसद है आपसे तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने का आग्रह किया जाता है. उधर, वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह के कांग्रेस छोड़ने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हर नेता को किसी भी पार्टी से जुडने का अधिकार है.
कुरुक्षेत्र के निकट शाहबाद में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए हुड्डा ने कहा कि वीरेंद्र सिंह को भी अधिकार है कि वह किसी भी पार्टी से जुडें. इससे किसी भी तरह से कांग्रेस पार्टी पर प्रभाव नहीं पडेगा. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हरियाणा में पार्टी चट्टान की तरह मजबूत है. उन्होंने कहा कि विगत में जिन मंत्रियों ने पार्टी छोड़ दी थी, अंतत: अपनी गलती महसूस कर वे पार्टी में लौटे.