नयी दिल्ली : कुछ ही दिनों में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ)के प्रबंधन के तौर तरीकों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाभार्थियों के चयन में गुजरात मॉडल का अनुकरण करने के साथ ही बच्चों व गरीबों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पीएमएनआरएफ के कामकाज की समीक्षा की. इस दौरान कोष के प्रबंधन के संबंध में गुणवत्ता को बेहतर बनाने को लेकर कई सुझाव दिये. गुजरात मॉडल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि लाभार्थियों का चयन समग्र रूप से, वैज्ञानिक और मानवीय तरीके से हो.
निर्णय जरूरत व उसकी अहमियत के आधार पर किया जाये. बच्चों, गरीबों, जीवन को खतरे में डालने वाली बीमारियों से जुड़े मामलों व सरकारी अस्पतालों के मामलों को कोष में प्राथमिकता मिले. यह भी निर्देश दिया कि मदद की अपील के लंबित मामलों को कम किया जाये. मामलों के चयन के लिए इस तरह से ड्रा निकाला जाये कि वाजिब मामले नहीं छूटें. सभी लाभार्थियों को प्रधानमंत्री की ओर से एक पत्र भेजा जाये.
– सुझाव यह भी
* निर्णय जरूरत व अहमियत के आधार पर हो
* बच्चों व गरीबों को मिले प्राथमिकता
* ड्रॉ निकाल कर करें चयन, वाजिब को मिले हक