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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्राजील पहुंचे, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बर्लिन पहुंच गये. आज सुबह मोदी बर्लिन के लिए रवाना हुए थे. ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जर्मनी के शहर बर्लिन पहुंच गए. वे यहां रात रकेंगे. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय संकट और सुरक्षा खतरों से निपटने के प्रयासों […]

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बर्लिन पहुंच गये. आज सुबह मोदी बर्लिन के लिए रवाना हुए थे. ब्राजील में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जर्मनी के शहर बर्लिन पहुंच गए. वे यहां रात रकेंगे.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय संकट और सुरक्षा खतरों से निपटने के प्रयासों पर विचार विमर्श होने की संभावना है ताकि शांति के माहौल को कायम रखते हुए वैश्विक आर्थिक स्थिरता को आगे बढाया जा सके. हवाई अड्डे पर जर्मनी में भारतीय राजदूत विजय गोखले तथा जर्मनी के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने मोदी की अगवानी की.
ब्रिक्स : ब्राजील, रुस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका: शिखर सम्मेलन में शिरकत के लिए बर्लिन के रास्ते ब्राजील रवाना होने से पहले एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ब्रिक्स के एक नए विकास बैंक तथा आकस्मिक आरक्षित (कंटीन्जेंट रिजर्व)व्यवस्था की स्थापना के कदम को लेकर काफी उत्सुक है.
ब्रिक्स विकास बैंक कई देशों और विकासशील राष्ट्रों में परियोजनाओं का वित्तपोषण करेगा. इस बैंक का मुख्यालय नई दिल्ली या शांगहाए में बनाए जाने को लेकर भारत और चीन का अपना अपना दावा है.
ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा राउसेफ के न्योते पर मोदी ब्राजील जा रहे हैं. वह फोर्टालेजा और ब्रासीलिया में 15-16 जुलाई को आयोजित छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग होंगे.प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि यह बैठक ऐसे समय आयोजित की जा रही है जब दुनिया के कई हिस्सों में राजनीतिक उथलपुथल, विवाद और मानवीय संकट जारी है. उन्होंने कहा कि इस समय वैश्विक अर्थव्यवस्था में कमजोरी और अशांति भी बनी हुई है.
मोदी ने कहा कि कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं को सुस्ती का सामना करना पड रहा है जिससे समावेशी व आर्थिक विकास को लेकर चुनौती बढ गई है.प्रधानमंत्री के साथ जा रहे उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल में वित्त राज्यमंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एके डोभाल, विदेश सचिव सुजाता सिंह तथा वित्त सचिव अरविंद मायाराम भी शामिल हैं. मोदी ने यात्रा से पहले कहा भारत इस सप्ताह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय संकट और सुरक्षा खतरों से निपटने के प्रयासों पर विचार विमर्श करेगा ताकि शांति के माहौल को कायम रखते हुए वैश्विक आर्थिक स्थिरता को आगे बढ़ाया जा सके.
ब्रिक्स (ब्राजील, रुस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में शिरकत के लिए बर्लिन के रास्ते ब्राजील रवाना होने से पहले एक बयान में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ब्रिक्स के एक नए विकास बैंक तथा आकस्मिक आरक्षित (कंटीन्जेंट रिजर्व) व्यवस्था की स्थापना के कदम को लेकर काफी उत्सुक है.
ब्रिक्स विकास बैंक कई देशों और विकासशील राष्ट्रों में परियोजनाओं का वित्तपोषण करेगा. इस बैंक का मुख्यालय नई दिल्ली या शांगहाए में बनाए जाने को लेकर भारत और चीन का अपना अपना दावा है. ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा राउसेफ के न्योते पर मोदी ब्राजील जा रहे हैं. वह फोर्टालेजा और ब्रासीलिया में 15-16 जुलाई को आयोजित छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.
प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि यह बैठक ऐसे समय आयोजित की जा रही है जब दुनिया के कई हिस्सों में राजनीतिक उथलपुथल, विवाद और मानवीय संकट जारी है. उन्होंने कहा कि इस समय वैश्विक अर्थव्यवस्था में कमजोरी और अशांति भी बनी हुई है. मोदी ने कहा कि कई उभरती अर्थव्यवस्थाओं को सुस्ती का सामना करना पड़ रहा है जिससे समावेशी व आर्थिक विकास को लेकर चुनौती बढ़ गई है.
फोर्तालेजा घोषणापत्र
शिखर बैठक के नतीजों को समेटे हुए एक ‘फोर्तालेजा घोषणापत्र’ जारी किये जाने की भी संभावना है. इसकी जिम्मेदारी सुजाता मेहता को दी गयी है. ब्रिक्स विश्व के कुल भूभाग में एक चौथाई से अधिक की हिस्सेदारी रखता है, आबादी में भागीदारी 40 फीसदी और संयुक्त सकल घरेलू उत्पाद 24 खरब डॉलर का है. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधारों की जरूरत को समर्थन मिलने और विश्व बैंक व अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जैसी संस्थाओं में सुधार की आवाज उठाने के प्रति आशावान है.
संभावना है कि 100 अरब डॉलर की राशि के साथ एक ठोस कोष बनाया जायेगा. इस पर डरबन में व्यापक समझौता हो गया था. इसके लिए चर्चा जारी है कि हर सदस्य इसमें योगदान कितना रहेगा.इसका मुख्यालय कहां स्थित होगा, शंघाई में या नयी दिल्ली में.
अध्यक्ष को लिखा पत्र
– मोदी से संयुक्त सत्र संबोधित कराने के लिए अमेरिकी सांसदों का अभियान तेज
शीर्ष अमेरिकी सांसदों ने मोदी से सितंबर में अमेरिकी यात्र के दौरान कांग्रेस के संयुक्त सत्र संबोधित कराने की मुहिम तेज कर दी है. ओबामा ने शुक्रवार को मोदी को यात्र का औपचारिक आमंत्रण दिया. नयी दिल्ली में पीएमओ ने कहा कि मोदी ने आमंत्रण के लिए ओबामा का धन्यवाद दिया और कहा कि वह ‘ठोस नतीजों’ के साथ एक परिणामोन्मुखी दौरे की उम्मीद करते हैं, जो रणनीतिक भागीदारी को ‘नयी गति एवं ऊर्जा’ प्रदान करे.
शुक्रवार को डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन पार्टियों के करीब तीन दर्जन सांसद प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष के नाम लिखे पत्र पर हस्ताक्षर कर चुके हैं. इसमें अध्यक्ष से कहा गया है कि वह मोदी को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आमंत्रित करें. हर गुजरते दिन के साथ इस तरह का आग्रह करनेवाले सदस्यों की संख्या बढ़ रही है.
‘‘मुझे खुशी है कि मोदी को संयुक्त सत्र में बुलाने के अभियान में बहुत से सांसद जुड़े हैं. भारत-अमेरिका में साझा लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित खास संबंध हैं. साझे दारी बनाने का शानदार अवसर है.
– शेरमन, सांसद

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