नयी दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी 64 कॉलेज तीन वर्षीय स्नातक कोर्स के लिए सहमत हो गये हैं. यूजीसी के आदेश के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी 64 कॉलेज इसके लिए तैयार हो गए हैं. दूसरी तरफ अभी तक एडमिशन को लेकर डीयू की तरफ से कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है. इससे छात्रों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
मंगलवार को ही 64 में से 57 कॉलेजों ने तीन वर्ष के कोर्स के लिए सहमति दे दी थी. बाकी के कॉलेजों ने भी आज अपनी सहमति दे दी है. सभी 64 कॉलेजों ने यूजीसी को चिट्ठी भेजकर कहा है कि वो तीन साल के ग्रेजुएशन के दाखिले के लिए तैयार हैं. यूजीसी ने इन कॉलेजों को निर्देश दिया था कि वो तीन साल के कोर्स में दाखिला दें वर्ना उनका अनुदान रोक दिया जाएगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय प्रिंसिपल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एस के गर्ग ने कहा कि डीयू के रजिस्ट्रार की तरफ से यूजीसी का लेटर आया था. उसमें लिखा था कि अब जो नए दाखिले होंगे वो तीन साल के हिसाब से होंगे.
वहीं चार साल के ग्रेजुएशन कोर्स के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठे दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने 24 घंटे का अनशन बढ़ा दिया है. चार साल के कोर्स के पक्ष और विरोध में दाखिल दो याचिकाओं पर दिल्ली हाईकोर्ट ने इसे अहम मामला मानते हुए रेगुलर बेंच से सुनवाई की बात कही. कोर्ट ने एक जुलाई को सुनवाई की तारीख तय की है.
उधर डीयू में चार साल का बीटेक कोर्स कर रहे छात्रों ने आज यूजीसी मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. इन छात्रों में डर है कि अगर ग्रेजुएशन कोर्स चार साल से घटाकर तीन साल का कर दिया गया तो उन्हें इंजीनियरिंग की बजाय बीएससी की डिग्री मिलेगी. प्रदर्शन के दौरान यूजीसी अधिकारियों ने छात्रों को उनके हितों की रक्षा का भरोसा दिया.