नयी दिल्ली: कांग्रेस की दिल्ली इकाई ने सिविल लाइंस इलाके में अरविंद केजरीवाल के नये आवास के मुद्दे पर यह कहते हुए पूर्व मुख्यमंत्री पर हमला बोला कि आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख को गरीबों का धन बर्बाद कर आलीशान मकानों में रहने की आदत हो गई है.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने कहा, राजनीति का अनुचित फायदा उठाकर और गरीबों एवं करदाताओं के मेहनत से कमाये धन का इस्तेमाल कर अरविंद केजरीवाल किराये के तौर पर हर महीने 85,000 रुपये का भुगतान कर रहे थे. कोई भी आम आदमी सिविल लाइंस इलाके में 800 गज के मकान में रहने का साहस नहीं कर सकता.
शर्मा ने कहा कि हनुमान रोड पर आप का दफ्तर भी एक विवादित संपत्ति है. ऐसा लगता है कि केजरीवाल ने विवादित संपत्ति का इस्तेमाल कर हमेशा कानून तोड़ते रहने का फैसला किया है. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि किराये के तौर पर 85,000 रुपये चुकाने से बचने के लिए केजरीवाल तिलक लेन स्थित अपना आवास अपनी पत्नी के नाम पर करवाना चाहते थे क्योंकि वह आयकर आयुक्त के पद पर पदोन्नत होने वाली हैं जिसके बाद वह उस मकान में रहने के लिए अधिकृत हो जातीं.
शर्मा ने कहा, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि केजरीवाल की पत्नी 1994 बैच की भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी हैं और मौजूदा कानून के मुताबिक अभी उन्हें सी-2 श्रेणी का मकान आवंटित नहीं किया जा सकता. 1994 बैच के अधिकारियों को अभी सिर्फ बी-2 श्रेणी का मकान ही दिया जा सकता है. कांग्रेस नेता ने कहा, मैं विवादित संपत्ति के इस्तेमाल की केजरीवाल की आदत के मामले में सीबीआइ जांच की मांग करता हूं.