मुंबई: कैंपा कोला सासाइटी के लोग लगातार तीन दिनों से नगरपालिका के कर्मचारियों के अंदर आने का विरोध कर रहे हैं. तीन दिनों के बाद आखिरकार उन्होंने परिसर का गेट खोल दिया और नगरपालिका के अधिकारियों को 96 अवैध फ्लैटों के जल, गैस और बिजली कनेक्शन काटने दिए.
नगर निकाय के उपायुक्त आनंद वाघाक्लकर ने कहा, ‘‘ निवासियों ने आज हमारे साथ सहयोग किया. हमारे दल ने फ्लैटों को बिजली, पानी और गैस की आपूर्ति काटना शुरु कर दिया है. हमने इसके लिए 12 दल बनाये हैं.’’ उन्होंने कहा कि वृहन्न मुम्बई नगर पालिका (एमसीजीएम) ने सुबह 11 बजे से काम करना शुरु किया है और यह सूर्यास्त तक जारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि विरोध के कारण काम में भले ही देरी हुई है लेकिन अततः उनका सहयोग अब हमें मिल रहा है. हमने उन्हें आश्वस्त किया है कि हम उच्चतम न्यायालय के आदेश के मुताबिक शांतिपूर्ण ढंग से आवश्यक आपूर्ति काटेंगे और इससे अधिक कुछ और नहीं करेंगे.’’
एमसीजीएम अधिकारियों को परिसर में प्रवेश नहीं करने देने के रुख से पीछे हटते हुए यहां के निवासियों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के हस्तक्षेप के बाद कल असुविधा के लिए नगर निकाय से खेद प्रकट किया. दक्षिण मुम्बई के वर्ली क्षेत्र में स्थित परिसर के निवासियों ने अवैध फ्लैटों में पानी और बिजली आपूर्ति काटने के लिए एमसीजीएस अधिकारियों को अंदर आने की अनुमति देने का निर्णय किया.
परिसर के निवासियों ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अर्जी भेजी है जिसमें मानवीय दृष्टि से अवैध फ्लैटों को गिराने पर रोक लगाने का आग्रह किया गया है. निवासियों ने कहा है कि अगर अवैध फ्लैटों को गिरा दिया जाता है तब यहां रहने वाले वरिष्ठ नागरिक आवासहीन हो जायेंगे. इस सोसाइटी से बेघर होने वाले लोग यहां से जाने के लिए तैयार नहीं है. इस सोसाइटी में कई वरिष्ठ लोग हैं जिनके पास दूसरा ठिकाना नहीं है.