नयी दिल्ली : नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद भारत और चीन के बीच रविवार को द्विपक्षीय वार्ता का पहला राउंड शुरू हुआ. चीन के विदेश मंत्री यांग यी ने नयी दिल्ली में भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से व्यापार और निवेश सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को मजूबत करने के तरीकों पर चर्चा की. समाचार चैनलों के मुताबिक, दोनों देशों के बीच सीमा पर शांति बनाये रखने पर सहमति बनी है. यांग यी ने सुषमा स्वराज को बीजिंग आने का न्योता भी दिया है.
सुषमा और यी की वार्ता के दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. यी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विशेष दूत हैं. दो दिवसीय भारत दौरे के दौरान यी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात करेंगे. चीन के विदेश मंत्री भारत के वरिष्ठ अधिकारियों से भी मिलेंगे. मोदी और प्रणब से मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने, सीमा विवाद, तिब्बती शरणार्थियों को समर्थन, स्टेपल वीजा और दलाई लामा जैसे मुद्दों पर बातचीत होगी.
* चीनी विदेश मंत्री का विरोध
चीनी विदेश मंत्री के भारत दौरे के विरोध में तिब्बती शरणार्थियों ने मजनूं का टीला पर प्रदर्शन किया. चीन विरोधी नारे लगाये. इनकी मांग है कि चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान नरेंद्र मोदी तिब्बत का मुद्दा उठाएं. डिप्टी कमिश्नर (नॉर्थ) सिंधु पिल्लै ने बताया कि 100 प्रदर्शनकारी थे, जो खुद ही तितर-बितर हो गये.