17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

नक्सली हमले के सूत्रधार 4 कांग्रेसी:एनआईए की रिपोर्ट

नयी दिल्ली : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के दरभा घाटी में हुए नक्सली हमले में कांग्रेसियों का हाथ है. यह बात एनआईए की शुरुआती जांच रिपोर्ट में सामने आयी है. रिपोर्ट में जो तथ्य हैं उनके अनुसार चार कांग्रेसियों की भूमिका पर संदेह होता है. इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) […]

नयी दिल्ली : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के दरभा घाटी में हुए नक्सली हमले में कांग्रेसियों का हाथ है. यह बात एनआईए की शुरुआती जांच रिपोर्ट में सामने आयी है.

रिपोर्ट में जो तथ्य हैं उनके अनुसार चार कांग्रेसियों की भूमिका पर संदेह होता है. इस मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की शुरुआती रिपोर्ट आ गई है. इसमें कहा गया है कि कांग्रेस के चार नेता हमले वाले दिन 25 मई को दिनभर नक्सलियों के संपर्क में थे और उन्हें पल-पल की जानकारी दे रहे थे. एनआईए को नेताओं के कॉल डीटेल से यह जानकारी मिली है.

जिन नंबरों पर कांग्रेस के नेता बात कर रहे थे, वे नंबर अब बंद हैं. एनआईए की छानबीन में पता चला है कि सारे नंबर फर्जी पतों और फर्जी आईडी के जरिए लिए गए थे. कांग्रेस के तीन प्रमुख नेताओं नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा और उदय मुदलियार समेत 30 लोगों इस हमले में मारे गए थे.

हमले के बाद से ही कहा जा रहा था कि इसमें किसी घर के भेदी का ही हाथ है. छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से कहा भी गया था कि कांग्रेस नेताओं की रैली का रूट बदल गया था. कहां गया था कि किसी नेता ने यह रूट बदलवाया था. हालांकि, कांग्रेस ने इसका खंडन करते हुए कहा था कि राज्य सरकार अपनी नाकामी छिपाने क लिए गलत बातों को प्रचारित कर रही है.

एनआईए के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, प्राथमिक जांच में पता चला है कि कांग्रेसी नेताओं के काफिले में शामिल कोई ‘शख्स’ नक्सलियों के संपर्क में था. सटीक सूचना के कारण ही नक्सली दिनदहाड़े इतना बड़ा हमला करने में कामयाब रहे. सूत्रों का कहना है कि इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि हमले में घर के ही भेदी ने अहम भूमिका निभाई है. जांच एजेंसी की टीम ने हमले के दिन के पूरे कॉल डीटेल खंगाले हैं. इन्हीं के आधार पर इस बात का दावा किया जा रहा है.

सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में नक्सलियों द्वारा छोड़े गए कोंटा के विधायक कबासी लखमा सहित चार कांग्रेसी नेता संदेह के दायरे में हैं. इनमें एक नेता ने काफिले को बीच में ही छोड़ दिया था. एक को पांव में गोली लगी है और एक ने हमले के दौरान छिपकर अपनी जान बचा ली. सूत्रों का कहना है कि हमले में विधायक कबासी लखमा एक ‘महत्वपूर्ण कड़ी’ हैं. उनसे भी पूछताछ की जाएगी. एनआईए अफसरों का मानना है कि कबासी लखमा की सुरक्षा मजबूत की जानी चाहिए. संदेह है कि जांच को प्रभावित करने के लिए उनकी भी हत्या की जा सकती है.

प्राथमिक जांच में एनआईए को सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी खामियों के बारे में भी पता लगा है. एनआईए के ऑफिसर इस तर्क से सहमत नहीं हैं कि राज्य खुफिया ब्यूरो ने 25 को ही अलर्ट जारी किया था. एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, स्थानीय पुलिस के स्तर पर भयंकर लापरवाही बरती गई है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें