नयी दिल्ली : रेल मंत्रालय ने गोरखधाम एक्सप्रेस हादसे की तरह के हादसों को रोकने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की है. प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार यह हादसा टूटी पटरियों के चलते हुआ था. इस हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी जबकि दर्जनों घायल हो गए थे. टूटी पटरियों के चलते ट्रेन हादसे आम होते जा रहे हैं और रेलमंत्रालय इसको लेकर बहुत चिंतित है.
रेल मंत्री सदानंद गौडा की अध्यक्षता में संपन्न सुरक्षा बैठक में रेलवे ने रेल पटरियों का रखरखाव मजबूत करने तथा इस समस्या के समाधान के लिए सुरक्षा निरीक्षण की बारंबारता बढाने का फैसला किया गया है. गौडा ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे कोई ऐसी त्रुटिरहित योजना बनाएं ताकि ऐसी दुर्घनाओं को रोका जा सके और उनमें यात्रियों के हताहत होने की घटनाओं को भी रोका जा सके. रेल सुरक्षा निदेशालय ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मौजूदा प्रणाली एवं शुरु किए गए कदमों का एक विस्तृत ब्योरा पेश किया.