नयी दिल्ली/ लखनऊः लोकसभा चुनाव में सत्तारुढ समाजवादी पार्टी (सपा) की करारी हार के बाद उत्तर प्रदेश में अचानक गहराया बिजली संकट राज्य सरकार के लिये मुसीबत बन गया है. दूसरी तरफ बदायूं मामले पर भी सरकार चौतरफा घिरती नजर आ रही है. दो किशोरियों के साथ बलात्कार के बाद हुयी हत्या का मामले ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान लगा दिया है.
चुनाव में अभूतपूर्व सफलता से बेहद उत्साहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की इसे ‘सियासी करंट’ में तब्दील करने की कोशिशों के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इससे निपटने के लिये खुद मैदान में आ गये हैं.
लोकसभा चुनाव में सपा के लिये निराशाजनक नतीजे आने के फौरन बाद उत्तर प्रदेश में अचानक शुरु हुई भीषण बिजली कटौती को जनता को परेशान करने का हथकंडा बताकर भाजपा जहां जगह-जगह प्रदर्शन करके इस मुद्दे को गर्म कर रही है, वहीं केंद्रीय उर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने यह कहकर इसे और हवा दे दी है कि प्रदेश सरकार बहानेबाजी कर रही है. बिजली की कोई कमी नहीं है और वह चाहे तो चुनाव से पहले की ही तरह केंद्र से बिजली खरीद सकती है.
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लोकसभा चुनाव में करारी हार के कारण तलाश रही सपा के लिये बिजली का ‘झटका’ और भी दुश्वारियां खडी कर रहा है. इस बीच, लोकसभा चुनाव में सफाये की शिकार हुई बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को भी इस जमे-जमाये मुद्दे में अपने लिये ‘करंट’ दिखने लगा है. शायद इसीलिये लखनउ में आज प्रेस कांफ्रेंस करके बिजली की इस जंग में कूदते हुए पार्टी प्रमुख मायावती ने भी सरकार पर बिजली की कृत्रिम किल्लत बनाकर जनता को परेशान करने का आरोप लगाया. बिजली के मुद्दे पर जनता और विपक्ष से चौतरफा घिरने के बीच, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बिजली संकट को लेकर मची हाय तौबा को विपक्ष का ‘दुष्प्रचार’ बताते हुए इसके खिलाफ खुलकर मैदान में उतर आये हैं.
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उन्होंने केंद्रीय उर्जा मंत्री गोयल के बयान पर पलटवार करते हुए कानपुर में कहा कि केंद्र सरकार प्रदेश के बिजली संयंत्रों के लिये कोयला नहीं दे रही है. वह राज्य में कोयले की किल्लत से जूझ रहे बिजली संयंत्रों के लिये कोयला आपूर्ति की मांग के सिलसिले में केंद्र को फौरन पत्र लिखेंगे. दूसरी तरफ दो किशोरियों के साथ बलात्कार के बाद हत्या का मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है.गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज उत्तर प्रदेश के बदायूं में स्थिति का जायजा लिया. यहां दो किशोरियों के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या कर दी गयी. राज्य सरकार ने कहा है कि दोषियों को दंडित किया जाएगा.
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सरकारी सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने राजनाथ सिंह को इस बर्बर घटना के बारे में बताया. गृह मंत्री को बताया गया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने सूचित किया है कि अपराध में शामिल कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और सभी दोषियों को दंडित किया जाएगा. प्रदेश सरकार ने घटना का ब्यौरा देते हुए एक रिपोर्ट भी गृह मंत्रालय को भेजी है.सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय के अधिकारी उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं और प्रदेश के अधिकारियों से कहा गया है कि वे सुनिश्चित करें कि घटना में शामिल लोग जल्द से जल्द गिरफ्तार हों.
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प्रदेश में दो दलित बहनों के साथ बर्बर बलात्कार और उसके बाद उनकी हत्या को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है. अधिकारियों ने इस अपराध के सिलसिले में दो कांस्टेबल बर्खास्त कर दिये हैं और पुलिस ने मामले के एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. तीन दिन पहले इन बहनों के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उनके शव एक पेड से लटके पाये गये.