नयी दिल्ली : नितिन जयराम गडकरी ने सड़क परिवहन एवं राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्रालय का पदभार आज संभाल लिया. गंगा के वैभव को बहाल करना तथा आंतरिक परिवहन के रुप में उसकी क्षमता के दोहन के साथ साथ मंत्रालय के कामकाज में पारदर्शिता सुनिश्चित करना उनके एजेंडे में सबसे ऊपर है.
गडकरी ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा मंत्रालयों का पदभार संभालने के बाद कहा, पवित्र गंगा के वैभव को बहाल करना तथा गंगोत्री से कानपुर तथा कानपुर से पटना के बीच माल ढुलाई तथा यातायात के रुप में इसका उपयोग कर इस प्राचीन नदी की पूरी क्षमता का दोहन करना मेरा सपना है.
उन्होंने कहा, मैं इस प्राचीन नदी को माल ढुलाई और यातायात के लिये उपयोग को लेकर रुपरेखा तैयार करने हेतु जल्दी ही मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करुंगा. हम नदी से गाद निकलाने (ड्रेजिंग) तथा अन्य उपायों की संभावनाओं का आकलन करेंगे. गडकरी ने कहा कि गंगा की सफाई हमारे घोषणापत्र है.
महाराष्ट्र में लोक निर्माण विभाग के मंत्री के रुप में सडक के क्षेत्र में बेहतर काम करने को लेकर चर्चित भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन्हें क्षेत्र को दुरुस्त करने का बड़ा कार्य मिला और सौभाग्य से पथकर, राजमार्ग और अन्य मुद्दों पर उनकी अच्छी समझ है.
उन्होंने कहा, यहां का कामकाज संदेहास्पद नहीं होगा. पूरी तरह पारदर्शिता बरती जाएगी, पूर्ण जवाबदेही होगी और ई-गवर्नेंस को अपनाया जाएगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि पक्षपात और भाई-भतीजावाद की कोई गुंजाइश नहीं होगी.
पुरानी बातों को याद करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि वह बनाओ, चलाओ और सौंप दो (बीओटी) के आधार पर देश की पहली सड़क परियोजना के लिये 1997 में पहली बार परिवहन मंत्री के कक्ष में गये थे.
उन्होंने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने दो चुनौतीपूर्ण कार्य सौंपे थे. पहला, गांवों को प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना (पीएमजीएसवाई) से जोडना तथा दूसरा राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन में बदलना था. इस बारे में मेरी रिपोर्ट पर एक पखवाडे के भीतर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने अपनी मुहर लगा दी. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास को लेकर वह प्रतिबद्ध हैं.
इससे पहले, मीडिया से गडकरी ने कहा था कि उन्हें पुल और राजमार्ग बनाने में विशेषज्ञता हासिल है और वह क्षेत्र के विकास के लिये काम करेंगे. उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन करने के लिये कृषि, जल, बिजली तथा संचार क्षेत्रों का विकास जरुरी है.