नयी दिल्ली:भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर भाजपा महासचिव जेपी नड्डा भाजपा के नये अध्यक्ष हो सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक नड्डा संघ और पार्टी कीपसंद बताये जा रहे हैं. नड्डा भावी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र हैं. संसदीय चुनाव में नड्डा के कारण ही हिमाचल में पार्टी ने चारों सीटों पर जीत दर्ज की है. नड्डा को संगठनकर्ता के रूप में जाना जाता है. नड्डा छत्तीसगढ़ के प्रभारी भी हैं, जहां पर भाजपा का प्रदर्शन विधानसभा और लोकसभा दोनों में अच्छा रहा है. जेपी नड्डा अमित शाह के करीबी और पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के भी खासमखास हैं.
कौन हैं जेपी नड्डा
वर्ष 1960 में पटना में जन्मे जेपी नड्डा ने 1975 में जेपी मूवमेंट से अपनी राजनीति की शुरुआत की. वह जयप्रकाश के अांदोलन से प्रेरित हो राजनीति में आये. 1977 में पटना विश्वविद्यालय में छात्र संघ के सचिव पद भी चुने गये. वर्ष 1978 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता के रूप में राजनीतिक कैरियर की शुरुआत की. उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा पटना के सेंट जेवियर स्कूल पटना, पटना कॉलेज, पटना और हिमाचल विश्वविद्यालय से हुई. उन्होंने लॉ की पढ़ाई की है. नड्डा हिमाचल प्रदेश से तीन बार विधायक रहे हैं. उन्होंने राज्य में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी काम किया है.
2012 में हिमाचल प्रदेश से नड्डा का चुनाव राज्यसभा के लिए किया गया. नड्डा नितिन गडकरी और अमित शाह के साथ 1991 से 1994 तक पार्टी की युवा इकाई भारतीय जनता युवा मोरचा के लिए काम कर चुके हैं, हालांकि हिमाचल प्रदेश की भाजपा शासित पूर्व सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री धूमल के साथ विवाद के कारण इन्हें मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था. उसके बाद पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपनी टीम में इन्हें शामिल कर भाजपा का महासचिव बनाया था. नड्डा को एक अच्छे संगठनकर्ता के रूप में जाना जाता है.